(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Ayodhya आंदोलन के दोनों हीरो को रामलाला के प्राण प्रतिष्ठा में निमंत्रण पर उहापोह! जानें- क्यों हुई उलझन
Ramlala Pran Pratishtha:अयोध्या में राम मंदिर आंदोलन में हीरो रहे भारतीय जनता पार्टी के नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को विश्व हिन्दू परिषद ने कार्यक्रम में आने पर भारी उहापोह है.
Ram Mandir News: उत्तर प्रदेश स्थित अयोध्या में राम मंदिर के लिए आंदोलन में हीरो रहे भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को विश्व हिन्दू परिषद ने कार्यक्रम में आने का न्योता दिया है. इससे पहले श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा था कि आडवाणी और जोशी, स्वास्थ्य संबंधी वजहों से कार्यक्रम में नहीं आ पाएंगे. चंपत राय के इस बयान से उहापोह की स्थिति पैदा हो गई हालांकि मंगलवार को जब वीएचपी ने न्योता दिया तब स्थिति सामान्य हुई.
महासचिव चंपत राय ने बताया कि पूर्व उप प्रधानमंत्री आडवाणी और पूर्व मानव संसाधन विकास मंत्री जोशी स्वास्थ्य और उम्र संबंधी कारणों से समारोह में शामिल नहीं हो सकेंगे. उन्होंने कहा, 'प्राण-प्रतिष्ठा समारोह की सभी तैयारियां 15 जनवरी तक पूरी कर ली जाएंगी. प्राण प्रतिष्ठा के लिए पूजा 16 जनवरी को शुरू होगी जो 22 जनवरी तक जारी रहेगी,' जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शामिल होंगे.
महासचिव ने इस कार्यक्रम में आमंत्रित किये गये लोगों का के संदर्भ में जानकारी देते हुए कहा, 'दोनों (आडवाणी और जोशी) परिवार के बुजुर्ग हैं और उनकी उम्र को देखते हुए उनसे न आने का अनुरोध किया गया है, जिसे दोनों ने स्वीकार कर लिया है.' बता दें कि आडवाणी अब 96 साल के हैं और जोशी अगले महीने 90 साल के हो जाएंगे.
VHP ने दिया न्योता
उधर, विश्व हिन्दू परिषद ने चंपत राय के बयान के अगले दिन मंगलवार को आडवाणी और जोशी दोनों को न्योता दिया. विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार द्वारा जारी किए गए बयान में कहा गया "राम मंदिर आंदोलन के पुरोधा आदरणीय लाल कृष्ण आडवाणी जी और आदरणीय डॉ मुरली मनोहर जोशी जी को अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आने का निमंत्रण दिया. रामजी के आंदोलन के बारे में बात हुई. दोनों वरिष्ठों ने कहा कि वह आने का पूरा प्रयास करेंगे.'
प्रतिष्ठा समारोह के बाद 24 जनवरी से उत्तर भारत की परंपरा के अनुसार 48 दिनों तक मंडल पूजा होगी. वहीं, 23 जनवरी से आम लोग रामलला के दर्शन कर सकेंगे.