Ram Mandir News: अयोध्या (Ayodhya) में 1 जून को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ(CM Yogi Adityanath) भगवान रामलला के गर्भ गृह के प्रथम शिला का पूजन पूजन करेंगे. मुख्यमंत्री इस पूजन में साक्षी रहेंगे और इस पूजन को बेहद ही भव्य बनाने के लिए श्री रामजन्म भूमि ट्रस्ट ने अपनी ताकत झोंक दिया है. रामलला के प्रत्येक उत्सव और उनसे संबंधित कार्यक्रमों को ट्रस्ट बहुत ही उत्साह पूर्वक मनाता है. चाहे फिर वो रामलला के अस्थाई मंदिर में भगवान रामलला को स्थापित करने का कार्यक्रम हो या फिर रामलला के जन्मोत्सव और दीपोत्सव का कार्यक्रम हो. बहुप्रतीक्षित भगवान रामलला के गर्भ ग्रह का निर्माण के लिए पत्थरों की तराशी का कार्य जोरों पर चल रहा है. तो ऐसे में गर्भ गृह के निर्माण के कार्य पर तेजी लाया गया है. ट्रस्ट इस पल को भी ऐतिहासिक और खास बनाने की तैयारी में है.
गर्भ गृह निर्माण कार्य जोरो पर
रामलला के गर्भ ग्रह के निर्माण के पूर्व पूजित होने वाली एक विशेष आकार के रूप में इस शिला का पूजन होगा. शिला को उसके आकार में लाने के लिए बाकायदा पत्थर कटिंग मशीन से उसको काटा जा रहा है.पत्थर कटिंग के बाद सफाई की जाएगी. इसी पत्थर पर रामलला के गर्भ गृह का पूजन होगा. जिससे राम जन्म भूमि की कार्यशाला में बकायदा एक स्वरूप दिया जा रहा है. एक चौड़े से पत्थर को काटकर पूजित किए जाने के लिए तैयार किया जा रहा है और यही पत्थर पर रामलला के गर्भ ग्रह का आधार माना जाएगा. गर्भ गृह के प्रथम शिला को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 1 जून को राम जन्म भूमि के परिसर में पूजेंगे.
प्रधानमंत्री ने रामलला के मंदिर की रखी थी आधारशिला
5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री ने रामलला के मंदिर की आधारशिला रखी थी. इस कार्यक्रम को ट्रस्ट ने बहुत ही भव्यता के साथ आयोजित किया. उसके बाद रामलला के मंदिर निर्माण के निमित्त समय-समय पर आम जनमानस को मीडिया के माध्यम से जानकारी दी गई. रामलला को टेंट से निकालकर अस्थाई मंदिर में समारोह पूर्वक स्थापित किया गया. रामलला के मंदिर के 500 वर्षों के संघर्ष को ध्यान में रखते हुए हर पल और हर उत्सव को ख़ास बनाया जा रहा है. रामलला के मंदिर की बुनियाद बन कर तैयार हो गया है. मजबूती के लिहाज से ट्रस्ट ने अत्याधुनिक मशीनों वैज्ञानिक पद्धति का इस्तेमाल करते हुए बनाया है. जिससे कि रामलला का मंदिर हजार वर्षों तक की सुरक्षित रहे.
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