Ayodhya Ram Navami 2024: अयोध्या में इस बार भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव मनाने की विशेष तैयारी की जा रही है. उनके श्रृंगार से लेकर अभिषेक व पूजा-अर्चना तक को अविष्मरणीय बनाने का प्रयास किया जा रहा है. सैकड़ों वर्षों के बाद राम की नगरी में ऐसी भव्य व मनमोहक तैयारी की जा रही है.


जन्मोत्सव की तैयारियों के बारे मेें बताते हुए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने कहा कि इस बार अपने जन्मदिन पर श्री रामलला चांदी और सोने के तारों से बुना विशेष डिजाइनर वस्त्र पहनेंगे. इसे दिल्ली से विमान के जरिए लाया जाएगा. इसी तरह उनके श्रृंगार और मंदिर को सजाने के लिए दिल्ली और कर्नाटक से खास तरह के पुष्प लाए जाएंगे.


इस मौके पर बधाई गीत गाए जाएंगे, वेदों और पुराणों का पाठ होगा, भोग के लिए 56 प्रकार के विशेष पकवान बनाए जाएंगे. यहां तक कि भगवान सूर्य भी अपनी किरणों से भगवान का अभिषेक करते दिखाई देंगे .


जन्मोत्सव की तैयारियों के बारे में बताते हुए पूजा अर्चक समिति राम मंदिर के मिथिलेश नंदनी शरण ने कहा कि जन्मदिन के उत्साह में डूबे राम भक्त रामनवमी पर दोपहर 12 बजे गर्भ गृह का पर्दा हटने के बाद जब श्री रामलला का दर्शन करेंगे तो वह क्षण अद्भुत होगा. उस समय सूर्य की किरणें रामलला के ललाट पर पड़ेंगी और खुद सूर्य देवता उनका अभिषेक करेंगे.


नंदनी शरण ने भगवान सूर्य से श्री राम के रिश्तेे के बारे में बताते हुए कहा कि गोस्वामी तुलसीदास ने दोनों के संबंधों का बड़ा मार्मिक वर्णन किया है. गोस्वामी जी ने रामचरित मानस में लिखा है कि जब श्री राम प्रकट हुए, तब भगवान सूर्य ने कहा कि मेरा मान बढ़ गया, मैं जन्मोत्सव देखूंगा. उसके बाद अब ऐसा होने वाला है, जब दोपहर में रामलला की आरती हो रही होगी, उस समय उनके मस्तिष्क पर सूर्य की किरणें पड़ेंगी. यह वैसा ही है, जैसे किसी बालक के जन्मदिन पर उसके अभिभावक व बड़े लोग उसके सिर पर हाथ रखकर उसकी मंगल कामना करते हैं व आशीर्वाद देते हैं.


अयोध्या धाम में रामनवमी के उपलक्ष्य में 9 अप्रैल से रामनवमी मेला का शुभारंभ हो चुका है, जो रामनवमी के दिन यानी 17 अप्रैल तक जारी रहने वाला है. यहां 25 लाख श्रद्धालुओं की संभावना है. रामनवमी मेला के अवसर पर संपूर्ण मेला क्षेत्र को कुल 7 जोन तथा 39 सेक्टर में विभाजित किया गया है. वहीं, यातायात व्यवस्था को 2 जोन तथा 11 क्लस्टर में विभाजित कर यातायात व्यवस्था सुनिश्चित कराई जा रही है.


मेला के दौरान संपूर्ण मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था के लिए 11 अपर पुलिस अधीक्षक, 26 पुलिस उपाधीक्षक, 150 निरीक्षक, 400 उप निरीक्षक, 25 महिला उप निरीक्षक, 1305 मुख्य आरक्षी/आरक्षी, 270 महिला मुख्य आरक्षी/आरक्षी, 15 कंपनी पीएसी, 2 कंपनी बाढ़ राहत, 1 टीम एसडीआरएफ व 1 टीम एटीएस की अतिरिक्त ड्यूटी लगाई गई है. प्रत्येक जोन में पुलिस व्यवस्था के प्रभारी एक अपर पुलिस अधीक्षक तथा प्रत्येक सेक्टर के प्रभारी अधिकारी एक पुलिस उपाधीक्षक/निरीक्षक बनाए गए हैं. इसके अलावा, मंदिर परिसर व बाह्य संपूर्ण मेला क्षेत्र को 24X7 ड्यूटी लगाकर सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाएगी.


15 ड्रॉप डाउन बैरियर लगे
राम पथ पर कुल 15 ड्रॉप डाउन बैरियर लगाकर व 13 होल्डिंग एरिया बनाकर सुरक्षित दर्शन व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाएगी. संपूर्ण मेला क्षेत्र में 50 स्थानों पर पीए सिस्टम स्थापित किए गए हैं व विभिन्न स्थानों पर स्थापित 111 सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से यलो जोन कंट्रोल रूम से निरंतर निगरानी की जा रही है. पुलिस प्रशासन की ओर से मेले के लिए पुलिस व्यवस्था को सुव्यवस्थित ढंग से संपन्न कराने के लिए सिंचाई विभाग गेस्ट हाउस से नया घाट पुलिस चौकी तक मेला नियंत्रण कक्ष बनाया गया है.


श्रद्धालुओं के आने वाले मार्गों मुख्यतः साकेत पेट्रोल पंप से लता चौक होते हुए सरयू घाट से हनुमानगढ़ी एवं हनुमान गढ़ी से कनक भवन व रामलला मंदिर को विभिन्न जोन एवं सेक्टर में विभाजित कर पुलिस बल का व्यवस्थापन किया जाएगा. इसके अलावा, सरयू नदी व राम की पैड़ी पर सुरक्षा के लिए जल पुलिस, विभिन्न मंदिरों व मेला क्षेत्र में पुलिस एवं पीएसी बल की व्यवस्था की जाएगी. अयोध्या धाम में चारों तरफ विभिन्न स्थानों पर 24 एएनपीआर कैमरों के माध्यम से वाहनों एवं श्रद्धालुओं की संख्या का आकलन एवं प्रोजेक्शन किया जाएगा. गोंडा सीमा पर लगाए गए कैमरों के माध्यम से वाहनों एवं श्रद्धालुओं के इनफ्लो और आउटफ्लो का एनालिसिस किया जाएगा. इसके अतिरिक्त, अयोध्या धाम में स्थापित सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से भी विभिन्न स्थलों पर भीड़ का आंकलन व विभिन्न ट्रैफिक डायवर्जन की आवश्यकता का आंकलन एवं निर्णय किया जाएगा.


अयोध्या धाम क्षेत्र में विभिन्न कंट्रोल रूम में स्थापित कुल 560 कैमरों के माध्यम से श्रद्धालुओं के मूवमेंट को मॉनिटर किया जाएगा. इसके साथ ही 2 टीथर्ड ड्रोन्स एवं 8 एरियल ड्रोन्स के माध्यम से विभिन्न रास्तों, गलियों व पार्किंग का रीयल टाइम एनालिसिस किया जाएगा.


ये भी होगी व्यवस्था : मेला कंट्रोल, पक्का घाट, साकेत पेट्रोल पंप, नागेश्‍वर नाथ, हनुमानगढ़ी, श्री राम जन्मभूमि, कनक भवन, अयोध्या रेलवे स्टेशन, अयोध्या कोतवाली, बंधा तिराहा और कंट्रोल रूम (रिजर्व) पर एंबुलेंस और रेस्क्यू टीम उपलब्ध रहेगी. -बंधा तिराहा, बड़ा स्थान तिराहा, पक्का घाट, राम की पैड़ी, रानोपाली क्रॉसिंग, नया घाट और बालू बरेहटा पार्किंग स्थल पर पुलिस सहायता केंद्र व पूछताछ कार्यालय स्थापित किए जाएंगे. तुलसी उद्यान, कोतवाली अयोध्या और मेला कंट्रोल रूम नया घाट पर खोया-पाया कैंप स्थापित किया जाएगा.