Ram Mandir News: 14 फीट चौड़ी परकोटा, भव्य मंदिर में 392 खंभे, मंदिर परिसर में दमकल, यहां जानें राम मंदिर का लैंडस्केप प्लान
Ram Mandir Updates: राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने अयोध्या में ट्रस्ट के कार्यालय में एक प्रस्तुति में भव्य परिसर की परिदृश्य योजना साझा करते हुए यह बात कही.
Ram Mandir Inaugrutation: अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर परिसर सीवेज और जल उपचार संयंत्रों के साथ अपने तरीके से आत्मनिर्भर होगा. इसमें बुजुर्गों और विशेष रूप से दिव्यांग आगंतुकों के आवागमन को आसान बनाने की सुविधाएं भी होंगी. अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने अयोध्या में ट्रस्ट के कार्यालय में एक प्रस्तुति में भव्य परिसर की परिदृश्य योजना साझा करते हुए यह बात कही.
उन्होंने यह भी कहा कि आगामी मंदिर परिसर की 70 एकड़ जमीन का 70 फीसदी हिस्सा हरित क्षेत्र होगा. उन्होंने कहा कि यह परिसर अपने तरीके से आत्मनिर्भर होगा क्योंकि इसमें दो अपशिष्ट जल उपचार संयंत्र (एसटीपी), एक जल उपचार संयंत्र (डब्ल्यूटीपी) और पावर हाउस से एक समर्पित लाइन होगी.
मंदिर परिसर में एक दमकल चौकी
उन्होंने कहा कि मंदिर परिसर में एक दमकल चौकी भी होगी, जो भूमिगत जलाशय से पानी का इस्तेमाल करने में सक्षम होगी.
राय ने पत्रकारों के एक समूह के साथ परिदृश्य योजना साझा करते हुए कहा कि भव्य मंदिर में 392 खंभे होंगे, 14 फीट चौड़ी परकोटा परिधि होगी जो 732 मीटर तक फैली होगी.
उन्होंने कहा कि राम मंदिर परिसर में बुजुर्ग, विशेष रूप से दिव्यांग आगंतुकों की सुविधा के लिए प्रवेश द्वार पर लिफ्ट की सुविधा और दो रैंप होंगे. राय ने यह भी कहा कि अयोध्या में कुबेर टीला पर जटायु की मूर्ति स्थापित की गई है.
पूरे क्षेत्र के कायाकल्प की प्रक्रिया जारी
अयोध्या में 22 जनवरी को प्रस्तावित श्री राम जन्मभूमि मंदिर के भव्य प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के पहले पूरे क्षेत्र के कायाकल्प की प्रक्रिया जारी है. एक सरकारी बयान में इसकी जानकारी दी गयी है.
बयान में कहा गया है कि पहले 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावित अयोध्या दौरे से पूर्व श्री राम जन्मभूमि मंदिर को जोड़ने वाले सभी प्रमुख मार्गों पर रामायण काल के प्रमुख प्रसंगों का मनमोहक चित्रण कराने की दिशा में योगी सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों में तेजी लाई जा रही है.
इसमें कहा गया है कि उप्र की आर्थिक उन्नति का मार्ग प्रशस्त करने के साथ ही प्रदेश की आध्यात्मिक मूल्यों के संरक्षण के लिए संकल्पबद्ध योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की सरकार रामनगरी अयोध्या को नव्य-भव्य रूप में सजाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है.