Ramchandra Paramhans Das Death Anniversary: राम मंदिर आंदोलन के सलाखा पुरुष और अगुआ रहे है स्वर्गीय रामचंद्र दास परमहंस की आज 18वीं पुण्यतिथि है. 18वीं पुण्यतिथि के अवसर पर परमहंस समाधि स्थल पर अयोध्या के वरिष्ठ संतों ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. संतों ने प्रशासन से मांग की है कि राम मंदिर के साथ परमहंस समाधि स्थल का भी जीर्णोद्धार कराया जाए साथ ही 51 फीट ऊंची स्वर्गीय रामचंद्र दास परमहंस की प्रतिमा लगाई जाए. 


प्रतिमा मंदिरों में शोभा देती है
अयोध्या में विशालकाय भगवान राम की प्रतिमा लगाए जाने पर संतों ने कहा कि भगवान राम की विशालकाय प्रतिमा चौराहों पर नहीं मंदिरों में शोभा देती है. संतों ने मांग की कि स्वर्गीय रामचंद्र दास परमहंस का सपना था कि राम जन्मभूमि, कृष्ण जन्मभूमि और काशी विश्वनाथ का भव्य मंदिर निर्माण हो. राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण शुरू हो चुका है अब काशी विश्वनाथ और कृष्ण जन्मभूमि पर भी भव्य मंदिर निर्माण किया जाना चाहिए.
 
सावन की दूज को होती है पुण्यतिथि
राम मंदिर आंदोलन के सूत्रधार और राम मंदिर न्यास के तत्कालीन अध्यक्ष महंत रामचंद्र दास परमहंस की मृत्यु 2003 में हुई थी, जिसके बाद सावन की दूज को परमहंस दास की पुण्यतिथि मनाई जाती है. इस अवसर पर अयोध्या के संत-महंत राम मंदिर आंदोलन के सलाका पुरुष स्वर्गीय रामचंद्र दास परमहंस को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं. 


श्रद्धांजलि अर्पित की गई
परमहंस समाधि स्थल पर संतों की तरफ से आज श्रद्धांजलि अर्पित की गई. इस मौके पर निर्मोही अखाड़ा के महंत और राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य दिनेन्द्र दास, राम जन्मभूमि आंदोलन के मुख्य भूमिका निभाने वाले डॉ रामविलास दास वेदांती, बाबरी पक्षकार रहे इकबाल अंसारी और अयोध्या के कई प्रमुख संत-महंत उपस्थित रहे. संतों ने पुष्पांजलि अर्पित कर परमहंस दास को श्रद्धांजलि दी है.


काम कर रही है सरकार 
परमहंस समाधि स्थल के व्यवस्थापक आचार्य नारायण मिश्र ने बताया कि परमहंस दास जी की आज 18वीं पुण्यतिथि है. परमहंस दास जी का स्वप्न था कि श्री राम जन्मभूमि, श्री कृष्ण जन्मभूमि और काशी विश्वनाथ का निर्माण हो. राम मंदिर निर्माण का सपना साकार हो रहा है. आचार्य नारायण मिश्रा ने कहा कि जिस तरह से राम मंदिर का निर्माण किया जा रहा है उसी तरह से काशी विश्वनाथ और कृष्ण जन्म भूमि का भी निर्माण किया जाए तभी परमहंस जी की सच्ची श्रद्धांजलि होगी. आचार्य नारायण मिश्र ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री के द्वारा अयोध्या का निरंतर विकास किया जा रहा है. हमारे पूर्वजों का जो सपना था, उस तर्ज पर सरकार काम कर रही है. 


राम मंदिर आंदोलन की लड़ी लड़ाई 
राम मंदिर आंदोलन के मुख्य किरदार रहे बीजेपी के पूर्व सांसद डॉ रामविलास दास वेदांती ने कहा कि परमहंस ने श्री राम मंदिर आंदोलन की लड़ाई लड़ी थी. परमहंस दास की पुण्यतिथि पर हम लोग उपस्थित हुए हैं और संकल्प लिया है कि रामलला भव्य मंदिर में 2024 के चुनाव से पहले विराजमान हो जाएंगे. रामविलास दास वेदांती ने भगवान राम की 251 मीटर ऊंची विशालकाय प्रतिमा के लगाए जाने पर बोलते हुए कहा कि भगवान की शोभा मंदिर में है, चौराहों पर नहीं.


परमहंस दास अयोध्या के वरिष्ठ संत थे
स्वर्गीय रामचंद्र दास परमहंस को श्रद्धांजलि देने पहुंचे पूर्व बाबरी पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने कहा कि परमहंस दास अयोध्या के वरिष्ठ संत थे, जिनको पूरी दुनिया जानती थी. इकबाल अंसारी ने कहा कि परमहंस दास जी संत थे. उनके अंदर जातिवाद का कोई भी भेदभाव नहीं था. राम मंदिर और बाबरी मस्जिद का मामला कोर्ट में था लेकिन अयोध्या के हिंदू-मुस्लिम के मन में दुर्भावना नहीं थी. इकबाल अंसारी ने कहा कि हमारे पिताजी स्वर्गीय हाशिम अंसारी और स्वर्गीय रामचंद्र दास परमहंस एक साथ मुकदमा लड़ने जाते थे. हमारे पिताजी और परमहंस दास जी की मित्रता थी. हिंदू और मुस्लिम का भेदभाव समाप्त हो चुका है अब कोई विरोध नहीं है.


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