Ayodhya Land Deal: राम मंदिर ट्रस्ट में घोटाले के आरोपों पर महासचिव चंपत राय ने दी सफाई, जानें- क्या कहा
Ayodhya Land Deal Scam: चंपत राय ने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि आरोप लगाने वालों ने आरोप से पहले ट्रस्ट के पदाधिकारियों से तथ्यों की जानकारी नहीं ली. हमने जमीन का एग्रीमेंट करा लिया. अभी बैनामा कराया जाना बाकी है.
अयोध्या: श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पर लगे भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों पर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सफाई दी है. उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि आरोप लगाने वालों ने आरोप से पहले ट्रस्ट के पदाधिकारियों से तथ्यों की जानकारी नहीं ली. सभी लेनदेन बैंक टू बैंक हुए हैं और टैक्स में कोई चोरी नहीं की गई है.
राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि ''जितना क्षेत्रफल है उसकी तुलना में इस भूमि का मूल्य 1423 रुपये प्रति वर्ग फीट है जो बाजार मूल्य से बहुत कम है. मालिकाना हक का निर्णय करना बहुत जरूरी था जो कराया गया. हमने जमीन का एग्रीमेंट करा लिया. अभी बैनामा कराया जाना बाकी है.''
चंपत राय ने कहा, ''सभी लेनदेन बैंक टू बैंक हुए हैं और टैक्स में कोई चोरी नहीं की गई है. दुर्भाग्यपूर्ण है कि आरोप लगाने वालों ने आरोप से पहले ट्रस्ट के पदाधिकारियों से तथ्यों की जानकारी नहीं ली. उन्होंने समाज को भ्रमित किया है. भ्रमित न हों और मंदिर समय सीमा में पूरा करने में सहयोग करें.''
संजय सिंह ने लगाए ट्रस्ट पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप
गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने रविवार को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए उसकी जांच सीबीआई और ईडी से कराने की मांग की थी. सिंह ने लखनऊ में दावा किया था कि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने संस्था के सदस्य अनिल मिश्रा की मदद से दो करोड़ रुपए कीमत की जमीन 18 करोड़ रुपए में खरीदी. उन्होंने कहा था कि यह सीधे-सीधे मनी लॉन्ड्रिंग का मामला है और सरकार इसकी सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय से जांच कराये.
वहीं, समाजवादी पार्टी की पूर्ववर्ती सरकार में मंत्री रहे और अयोध्या के पूर्व विधायक पवन पांडे ने भी अयोध्या में राय पर भ्रष्टाचार के ऐसे ही आरोप लगाए और मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की.
यह भी पढ़ें-
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)