Ramadan 2024: रमजान का पहला रोजा कल, मुस्लिम इलाकों में रौनक, प्रयागराज के बाजारों में है खास तैयारी
UP News: रमजान महीने का चांद नजर आने के साथ मुस्लिम मोहल्लों में चहल पहल बढ़ गयी है. कल से पाक महीने का रोजा शुरू हो रहा है. रमजान के लिए प्रयागराज में विशेष तैयारी की गई है.
Ramzan 2024: पवित्र महीने रमजान के चांद का आज (11 मार्च) दीदार हो गया है. कल (मंगलवार 12 मार्च) से रोजे की शुरुआत हो रही है. मुसलमान तीस दिनों तक रोज़े रखकर खुदा से गुनाहों की माफी मांगते हैं. रमजान रहमतों की बारिश करने वाला महीना भी है. इस बार का रमजान गुलाबी ठंड में शुरू हो रहा है. इस बार करीब तेरह घंटे का रोजा होगा. पंद्रह सालों बाद गुलाबी ठंड में तेरह घंटे के रोज़े होने से रोजेदारों को थोड़ी आसानी होगी. प्रयागराज की मस्जिदें नमाजियों से गुलजार हो गई हैं.
रमजान माह के चांद का हुआ दीदार
मस्जिदों में सजावट के खास इंतजाम किये गए हैं. प्रशासन ने भी मस्जिदों के पास और मुस्लिम इलाकों में साफ सफाई करा दी है. तरावीह की नमाज का लोगों में जबरदस्त जोश है. मुसलमान मस्जिदों में जाकर तरावीह सुनते हैं. रमजान के पूरे महीने तरावीह का दौर चलता है. चांद नजर आने के साथ तरावीह की तैयारियों में लोग जुट गए थे. दिन में खरीदारों से बाजार गुलजार थे. खजूर, सूतफेनी, टोपी और सहरी और इफ्तार के सामान की खरीदारी हो रही थी. धार्मिक किताबों, जानमाज़ और तस्वीह भी लोग बड़े शौक से खरीद रहे थे. रोजा खोलने के लिए खजूर को पसंद किया जाता है. इस बार ईरान से आए खजूर की ज्यादा डिमांड है.
रहमत, बरकत, रहमत की शुरुआत
रोजदार को सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक खाने पीने की मनाही होती है. इस्लामी कैलेंडर के बारह महीनो में रमजान को सबसे पाक और मुकद्दस महीना माना जाता है. धार्मिक मान्यता है कि रमजान के महीने में तीस रोज़े रखकर अल्लाह की इबादत करने वालों का गुनाह माफ़ होता है. ज़िंदगी ख़त्म होने पर जन्नत में जगह मिलती है. रमजान के महीने में की गई इबादत का फल आम दिनों से सत्तर गुना ज्यादा हासिल होता है. इस महीने में अल्लाह अपने बंदों की इबादत से खुश होकर रहमतों की बारिश करते हैं. इस्लाम धर्म के जानकार हाजी मुजतबा हसन का कहना है कि रमजान में रोजे रखकर इबादत करने वाला बंदा अल्लाह का चहेता बन जाता है. तीस दिन रोज़े के बाद ईद की खुशियां मनाने का मौका मिलता है.
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