कोरोनावायस की वजह से हुए लॉकडाउन के दौरान रामानंद सागर का मशहूर सीरियल रामायण खूब धूम मचा रहा है। दर्शक इस सीरियल के लिए वैसे ही एक्साइटेड हैं जैसा कि कभी 90 के दशक में हुआ करते थे। वहीं जब से ये सीरियल दूरदर्शन पर फिर से स्टार्ट हुआ है तभी से इस धारावाहिक से जुड़ी बातें और सभी किरदार भी चर्चा में आ गए हैं। ये वो दौर था जब हर किसी के घर में टेलीविजन नहीं होता था फिर भी लोग इस सीरियल को देखने के लिए पड़ोसियों के घर पर बैठ जाया करते थे। 33 साल पहले इस शो का एक एपिसोड़ बनाने में 9 लाख रुपये की लागत वाले रामानंद सागर की रामायण ने दूरदर्शन के लिए 23 करोड़ रुपए कमाए थे।



शो के प्रड्यूसर और रामानंद सागर के बेटे ने बताया था कि-  साल 1976 में हम स्विट्जरलैंड के एक लेस डेब्लेयर नाम के गांव में शूटिंग कर रहे थे।हम सबने वहीं सबसे पहले कलर टीवी देखा था। जैसे ही वो कलर टीवी ऑन हुआ हम सभी हैरान हो गए क्योंकि उसमे सब कुछ रंगीन नजर आ रहा था। इंडिया वापस आने के बाद रामानंद ने बेटे प्रेम को एक एयर टिकट दिया, जिसमें सीरियल रामायण और कृष्ण के बारे में पैम्फलेट थे और उनके अमीर व्यवसायी दोस्तों को संबोधित करता हुए एक पत्र था जो उस वक्त विदेशों में रह रहे थे। ये उन्होंने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट रामायण के लिए पैसे इकट्ठा करने के लिए किया जा रहा था। लेकिन उनमें से एक भी इंसान फंड देने के लिए तैयार नहीं हुआ। प्रेम खाली हाथ ही वापस आ गए। पर फिर भी रामानंद सागर  रामायण, कृष्ण और दुर्गा जैसे तीन-तीन पौराणिक शो बनाने के से पीछे नहीं हटे।



रामानंद सागर का शो विक्रम बेताल का एक एपिसोड 1 लाख रुपये में बनता था जबकि रामायण का प्रति एपिसोड बनाने में लगभग 9 लाख रुपए लगते थे। साल 1987 में 9 लाख रुपए आज के जमाने यानि 2020 में 99 लाख रुपए के बराबर है। यानि अगर आज रामायण बनती तो 99 लाख रुपये एक एपिसोड पर खर्च होते। लेकिन जब टीवी पर रामायण शुरू हुई तो दर्शकों ने इसे खूब प्यार दिया। इतना ही नहीं साल 2003 में इस पौराणिक शो को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स द्वारा सांझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक, इसके पहले टेलीकास्ट एपिसोड को 40 मिलियन लोगों ने देखा था। उस समय रामायण को सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि 53 अलग देशों में दिखाया गया है, खबरों की माने तो रामायण को पूरी दुनिया में 650 मिलियन से ज्यादा दर्शकों ने देखा था और इसी वजह से रामानंद सागर का ये सीरियल पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा देखा जाने वाला पौराणिक शो बन गया था। एक रिपोर्ट की माने तो रामानंद सागर की रामायण ने अपने पहले प्रसारण के जरिए दूरदर्शन चैनल को 23 करोड़ रुपए का राजस्व दिया था।