'क्या राजनीति गुंडों को करनी चाहिए', भगवा रंग पर खड़गे के बयान से भड़के जगदगुरू रामभद्राचार्य
Jagadguru Shri Rambhadracharya ने कहा कि भगवाधारी को ही राजनीति करनी चाहिए, ये कहां लिखा है कि राजनीति गुंडों को करनी चाहिए, ये भगवा रंग भगवान का रंग है.
Mallikarjun Kharge statement: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री सीएम योगी आदित्यनाथ के भगवा वस्त्रों को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर सियासत गरमाई हुई है. इस पूरे विवाद में अब जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य की भी एंट्री हो गई है. उन्होंने खड़गे के बयान पर पलटवार करेत हुए कहा कि ये कहां लिखा है? कि राजनीति भगवाधारियों को नहीं करनी चाहिए. ये भगवानन का रंग है. भगवाधारी को ही राजनीति करनी चाहिए.
रामभद्राचार्य ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि "ये कहां लिखा है कि राजनीति गुंडों को करनी चाहिए, राजनीति लफंगों को करनी चाहिए... राजनीति भगवाधारी को ही करनी चाहिए. ये भगवा रंग भगवान का रंग है. इस भगवा को रंग का ध्वज फहराकर शिवाजी ने पूरे महाराष्ट्र को एकजुट किया था. भगवाधारी को ही राजनीति करनी चाहिए. सूट-बूट वाले को राजनीति नहीं करनी चाहिए."
#WATCH | Jaipur, Rajasthan: On Congress President Mallikarjun Kharge's statement, Jagadguru Shri Rambhadracharya Ji says, "Where is it written? Should goons be into politics? Should loafers do politics? 'Bhagwadhari' should do politics. Bhagwa is a colour of 'Bhagwan'. Shivaji… https://t.co/O0VfA41gWZ pic.twitter.com/VZkOuR9Xer
— ANI (@ANI) November 12, 2024
दरअसल कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक चुनावी सभा में सीएम योगी का नाम लिए बिना उनके भगवा वस्त्रों को लेकर निशाना साधते हुए कहा कि कई नेता साधुओं के भेष में रहते हैं और वो अब राजनेता बन गए हैं और कुछ तो मुख्यमंत्री भी बन गए हैं. वो गेरुआ कपड़े पहनते हैं और उनके सिर पर बाल नहीं है. उन्होंने कहा कि मैं बीजेपी से कहूंगा या तो सफेद कपड़े पहने या अगर आप संन्यासी हैं और गेरुआं कपड़े पहनते हैं तो राजनीति से बाहर जाए.
बीजेपी की ओर से आई तीखी प्रतिक्रिया
खरगे के इस बयान पर बीजेपी की ओर से भी तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है. यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि ये कांग्रेस नहीं तय करेगी कि साधु संत क्या पहनेंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने सनातन संस्कृति और साधु-संतो पर जो बयान दिया है उसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए. जिस तरह से मुगल अक्रांताओं ने सनातन को खत्म करने का प्रयास किया था, लेकिन फिर भी आज सनातन दुनिया को दिशा दिखा रहा है. साधु-संत क्या पहनेंगे ये कांग्रेस पार्टी तय नहीं करेगी, जो खुद भ्रष्टाचार के आकंठ दलदल में डूबी हुई है.
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