Ghaziabad News: बीजेपी के लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर (Nand Kishor Gurjar) ने सुप्रीम कोर्ट के सीजेआई को पत्र लिखा है और कहा कि रामचरितमानस पर विवादित टिप्पणी करने पर स्वामी प्रसाद मौर्य, बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर और अन्य को फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर फांसी दी जाए. बीजेपी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने आरोप लगाया कि अशोक होटल में कई पार्टियों नेताओं और यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर ने मीटिंग करके एक षडयंत्र रचा है कि सनातन धर्म की जातियों में कैसे विवाद कराया जाए.
बीजेपी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य और चंद्रशेखर जैसे लोग देश के ऊपर कलंक हैं और वह केवल मोहरा हैं. इन लोगों को संज्ञान में लेकर चीफ जस्टिस आफ इंडिया इनको फांसी की सजा सुनाए और इनका मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में हो. इनके पीछे विदेशी ताकतें हैं और ये राजनीति में बुरी तरह फेल हो चुके हैं.
'जातियों में देश को बांटना चाहते हैं अखिलेश यादव'
विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने कहा कि अखिलेश यादव कहते हैं कि वह शूद्र हैं, मुझे लगता है कि उन लोगों ने पता नहीं कैसी पढ़ाई की है. उन्होंने कहा कि हमने यही पढ़ा है कि क्षत्रिय राजा रहे हैं और भगवान श्रीकृष्ण के लिए कभी शूद्र शब्द का प्रयोग नहीं हुआ है. वह आज भी इस तरह की जातियों में देश को बांटना चाहते हैं.
बीजेपी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर के संविधान को भी वह नकारना चाहते हैं. समतामूलक समाज का इस दुनिया में सबसे बड़ा कोई उदाहरण है तो वह भगवान श्रीराम हैं, जिन्होंने माता सबरी के झूठे बेर खा लिया. गिद्धराज जटायु आदिवासी थे और तमाम आदिवासियों और दलित समाज को साथ लेकर रावण जैसे आताताई का अंत किया.
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