UP News: बिहार (Bihar) के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर (Chandrashekhar) ने धार्मिक ग्रंथ रामचरितमानस (Ramcharitmanas) पर एक बार फिर से विवादित बयान दिया है. चंद्रशेखर ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि रामचरितमानस में उल्लेख किए गए कुछ कंटेंट पोटैशियम साइनाइड के बराबर है. उन्होंने यहां तक कह दिया कि जब तक इसमें पोटैशियम साइनाइड रहेगा तब तक मैं विरोध करूंगा. इस बयान को लेकर कांग्रेस (Congress) नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम (Acharya Pramod Krishnam) ने चंद्रशेखर पर हमला बोला है.


आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सोशल मीडिया साइट 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए बिहार के शिक्षा मंत्री को उनके बयान को लेकर घेरा. उन्होंने पोस्ट में लिखा, "श्री रामचरितमानस को पोटैशियम सायनाइट बताने वाले बिहार के मंत्री जी को अपना नाम चिरकुट शेखर रख लेना चाहिए." इससे पहले भी आचार्य प्रमोद कृष्णम लगातार सनातन धर्म पर किए गए विवादित टिप्पणियों पर पोस्ट करते रहे हैं.



चंद्रशेखर ने इस चौपाई का किया था जिक्र


दरअसल, हिंदी दिवस के मौके पर गुरुवार को आयोजित एक कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री ने चौपाई 'पूजही विप्र सकल गुण हीना, शुद्र न पुजहु वेद प्रवीना' को इंगित करते हुए कहा कि इसमें क्या कहा गया है. उल्लेखनीय है कि शिक्षा मंत्री इससे पहले भी रामचरितमानस को लेकर आपत्तिजनक बयान देते रहे हैं.


जेडीयू ने दी शिक्षा मंत्री को नसीहत


इसे लेकर बिहार महागठबंधन में सहयोगी जदयू ने शिक्षा मंत्री के बयान पर जोरदार पलटवार करते हुए नसीहत दी है. जदयू के प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि जिनको रामचरितमानस में पोटैशियम साइनाइड दिखता है वह अपनी विचारधारा खुद तक ही सीमित रखें, इसे पार्टी या इंडिया गठबंधन पर थोपने की कोशिश न करें. उन्होंने कहा कि हम सभी धर्म और उनके धार्मिक ग्रंथों का सम्मान करते हैं, कुछ लोग मीडिया में बने रहने के लिए इस तरह का बयान देते हैं.


'राजद जैसी पार्टी ही पोटैशियम साइनाइड'


वहीं बीजेपी ने भी शिक्षा मंत्री के बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा कि अगर उन्हें सनातन से इतनी दिक्कत है तो धर्म बदल लें. बीजेपी के प्रवक्ता राकेश कुमार सिंह ने कहा कि शिक्षा मंत्री को भले रामचरितमानस में पोटैशियम साइनाइड दिख रहा है लेकिन सही अर्थों में बिहार की राजनीति के लिए राजद जैसी पार्टी ही पोटैशियम साइनाइड है.


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