UP Politics: सपा MLC स्वामी प्रसाद मौर्य की जीभ काटने वाले को मिलेंगे 51 हजार रुपये, हिंदू महासभा के नेता का एलान
समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) द्वारा रामचरितमानस पर की गई विवादित टिप्पणी पर बयानबाजी जारी है. अब हिंदू महासभा के नेता ने बड़ा एलान किया है.
Ramcharitmanas Controversy: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) द्वारा रामचरित मानस (Ramcharitmanas) की कुछ चौपाइयों को कथित तौर पर भेदभाव वाला बताने के एक दिन बाद अखिल भारत हिंदू महासभा (Hindu Mahasabha) के स्थानीय नेता ने सोमवार को उनकी जीभ ‘काटने’ वाले को 51 हजार रुपये बतौर इनाम देने की घोषणा की.
महासभा के आगरा जिला प्रभारी सौरभ शर्मा ने कहा, ‘‘कोई भी साहसी व्यक्ति अगर सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की जीभ काट देता है तो उसे 51 हजार रुपये का चेक बतौर इनामी राशि दी जाएगी. उन्होंने हमारे धार्मिक ग्रंथ का अपमान किया है और हिंदुओं की भावना आहत की है.’’ इस बीच, अखिल भारत हिंदू महासभा के सदस्यों ने मौर्य के बयान के विरोध में सोमवार को आगरा में उनकी सांकेतिक अर्थी निकाली और उनके पुतले को यमुना में फेंक दिया.
सपा ने क्या कहा?
इससे पहले रविवार को सपा एमएलसी ने रामचरितमानस पर विवादित बयान दिया था. मौर्य ने तुलसीदास द्वारा रचित रामचरितमानस के कुछ हिस्सों पर यह कहते हुए पाबंदी लगाने की मांग की है कि उनसे समाज के एक बड़े तबके का जाति, वर्ण और वर्ग के आधार पर अपमान होता है.
पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने बातचीत में कहा 'धर्म का वास्तविक अर्थ मानवता के कल्याण और उसकी मजबूती से है. अगर रामचरितमानस की किन्ही पंक्तियों के कारण समाज के एक वर्ग का जाति, वर्ण और वर्ग के आधार पर अपमान होता हो तो यह निश्चित रूप से धर्म नहीं बल्कि अधर्म है. रामचरितमानस में कुछ पंक्तियों में कुछ जातियों जैसे कि तेली और कुम्हार का नाम लिया गया है.'
एमएलसी ने कहा 'इन जातियों के लाखों लोगों की भावनाएं आहत हो रही हैं. इसी तरह से रामचरितमानस की एक चौपाई यह कहती है कि महिलाओं को दंड दिया जाना चाहिए. यह उन महिलाओं की भावनाओं को आहत करने वाली बात है जो हमारे समाज का आधा हिस्सा हैं."