UP Politics: सपा MLC स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयान पर RJD की पहली प्रतिक्रिया, जानें- शिवानंद तिवारी ने क्या कहा?
समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) के विवादित बयान पर राजद (RJD) नेता शिवानंद तिवारी (Shivanand Tiwari) की प्रतिक्रिया आई है.
Ramcharitmanas Controversy: उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) द्वारा रामचरितमानस (Ramcharitmanas) पर दिए गए विवादित बयान के बाद जुबानी जंग जारी है. सपा के कई विधायक भी उनके बयान का विरोध कर रहे हैं. इसके अलाव बीजेपी नेताओं की भी प्रतिक्रिया आ रही है. इसी बीच राजद (RJD) नेता शिवानंद तिवारी (Shivanand Tiwari) की भी प्रतिक्रिया आई है.
राजद नेता शिवानंद तिवारी ने स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर कहा, "लोगों को बयान देने का अधिकार है. उनका तुलसीदास जी के बारे में और रामचरितमानस के बारे में क्या विचार है ये तो हमें नहीं पता है. एक समय में इन सब चीजों की मान्यता थी. स्वामी प्रसाद को भगवान राम की जरुरत नहीं होगी. वे सत्ता और धन समेत हर तरह से मजबूत हैं. लेकिन गरीब लोगों का सहारा तो राम ही हैं."
सपा में भी विरोध शुरू
इसके अलावा सपा के कई विधायकों ने सोमवार को स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान का विरोध किया और कहा कि वे इस मामले में पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात कर उन्हें स्थिति से अवगत कराएंगे. विधानसभा में सपा के मुख्य सचेतक मनोज पांडेय ने कहा कि श्रीरामचरित मानस एक ऐसा 'ग्रन्थ' है, जिसे भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी लोग पढ़ते हैं, और इसका पालन भी करते हैं.
रायबरेली के ऊंचाहार से तीसरी बार विधायक चुने गये पांडेय ने कहा 'श्रीरामचरित मानस हमें नैतिक मूल्यों और भाइयों, माता-पिता, परिवार और अन्य लोगों के साथ संबंधों के महत्व को सिखाती है. हम न केवल रामचरितमानस बल्कि बाइबिल, कुरान और गुरुग्रंथ साहिब का भी सम्मान करते हैं. वे सभी हमें सबको साथ लेकर चलना सिखाते हैं.'
गौरतलब है कि सपा के विधान परिषद सदस्य स्वामी प्रसाद मौर्य ने रविवार को कहा था, ''रामचरितमानस की कुछ पंक्तियों में जाति, वर्ण और वर्ग के आधार पर यदि समाज के किसी वर्ग का अपमान हुआ है तो वह निश्चित रूप से धर्म नहीं है. यह 'अधर्म' है, जो न केवल बीजेपी बल्कि संतों को भी हमले के लिए आमंत्रित कर रहा है.''