Ramcharitmanas Controversy: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में हिंदुओं की धार्मिक किताब रामचरितमानस को लेकर शुरू हुआ विवाद (Ramcharitmanas Row) थमता नजर नहीं आ रहा. सत्तापक्ष और विश्व हिंदू परिषद समेत तमाम हिंदू संगठन इसे लेकर विरोध कर रहे हैं. आरोप प्रत्यारोप का दौर लगातार जारी है. रामचरितमानस पर सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) की विवादित टिप्पणी को लेकर यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath Government) में राज्य मंत्री गुलाब देवी (Minister Gulab Devi) ने उनपर निशाना साधा है. गुलाब देवी ने प्रदेश की बीजेपी सरकार (BJP government) की तारीफ करते हुए कहा कि मैं शूद्र हूं लेकिन बीजेपी ने मुझे उंचाईयों पर पहुंचाया.
भगवान पर सवाल खड़ा करने वालों की दुर्गति- मंत्री
गुलाब देवी ने कहा कि रामचरितमानस पवित्र ग्रंथ है और इसपर ऐसे लोग ही टिप्पणी कर सकते हैं जिनमें इंसानियत नहीं है. उन्होंने कहा कि, बीजेपी सरकार में शुद्रों को सम्मान मिला है. शुद्रों को सम्मान देने की बीजेपी सबसे बड़ी उदाहरण है. उन्होंने कहा कि आज मैं आगे की पंक्ति में बैठती हूं और प्रदेश सरकार में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभाल रही हूं. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस ने भगवान पर सवाल खड़े किए तो उसकी दुर्गति सभी ने देखी. उन्होंने कहा कि इस तरह के बयान देनें वालों का कोई वजूद नहीं है. बता दें कि गुलाब देवी ने कुछ महीनों पहले पीएम मोदी को भगवान का अवतार बताया था.
सीएम योगी ने बताया माहौल खराब करने की कोशिश
वहीं रामचरितमानस विवाद पर सीएम योगी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. मुख्यमंत्री ने इसे समाज का माहौल खराब करने की कोशिश बताया है. सीएम योगी ने कहा, "रामचरितमानस का मुद्दा इसलिए उठाया जा रहा है ताकि सरकार ने जो विकास किया है उस मुद्दे से लोगों का ध्यान भटकाया जा सके. जिन लोगों का यूपी के विकास में कोई योगदान नहीं है वह जानबूझकर इस मुद्दे को उठा रहे हैं. उनकी पहचान का संकट बना हुआ है. इसीलिए अब रामचरितमानस का मुद्दा उठा रहे हैं."