UP Politics: उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) द्वारा रामचरितमानस (Ramcharitmanas Controversy) पर दिए गए विवादित बयान के बाद जुबानी जंग जारी है. बीजेपी (BJP) समेत सभी विरोधी पार्टियां सपा पर निशाना साध रही हैं. अब सपा के दिग्गज नेता शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) का बयान आया है. 


शिवपाल सिंह यादव ने स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयान पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, "स्वामी प्रसाद मौर्य का ये अपना व्यक्तिगत बयान है. पार्टी का इससे कोई लेना देना नहीं है. उनका बयान पार्टी का बयान नहीं है. हम लोग भगवान राम और कृष्ण के आदर्शों पर चलने वाले लोग हैं. क्या बीजेपी के लोग भगवान राम के बताए रास्ते पर चलने वाले लोग हैं? भगवान कभी झूठ नहीं बोलते थे लेकिन यह राम को ही बेच रहे हैं."


Ramcharitmanas Row: भारी विरोध के बीच पहली बार बोले स्वामी प्रसाद मौर्य, भूपेंद्र चौधरी के बयान पर किया पलटवार


केशव प्रसाद मौर्य पर पलटवार
सपा नेता ने केशव प्रसाद मौर्य पर भी पलटवार किया है. उन्होंने कहा, "केशव प्रसाद मौर्य बहुत बड़बोले आए थे. अभी हमारे मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में जनता ने उन्हें सबक सिखा दिया है. आगे भी हम उन्हें बताएंगे कैसे चुनाव लडा जाता है." इसके अलावा रायबरेली के ऊंचाहार से सपा विधायक मनोज पांडेय ने कहा कि श्रीरामचरित मानस एक ऐसा 'ग्रन्थ' है, जिसे भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी लोग पढ़ते हैं, और इसका पालन भी करते हैं.


रायबरेली के ऊंचाहार से विधायक पांडेय ने कहा 'श्रीरामचरित मानस हमें नैतिक मूल्यों और भाइयों, माता-पिता, परिवार और अन्य लोगों के साथ संबंधों के महत्व को सिखाती है. हम न केवल रामचरितमानस बल्कि बाइबिल, कुरान और गुरुग्रंथ साहिब का भी सम्मान करते हैं. वे सभी हमें सबको साथ लेकर चलना सिखाते हैं.'


बता दें कि सपा एमएलसी ने कहा था, 'रामचरित मानस की कुछ पंक्तियों में तेली और 'कुम्हार' जैसी जातियों के नामों का उल्लेख है जो इन जातियों के लाखों लोगों की भावनाओं को आहत करती हैं. पुस्तक के ऐसे हिस्से, पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए, जो किसी की जाति या किसी चिह्न के आधार पर किसी का अपमान करते हैं.''