Ramcharitmanas Controversy: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) के खिलाफ पार्टी नेताओं के विरोध का असर दिखने लगा है. बीते दिनों रामचरितमानस (Ramcharitmanas) पर विवादित बयान के बाद सपा एमएलसी लगातार बयानबाजी कर रहे हैं. लेकिन अब पार्टी के बड़े नेताओं ने भी उनके बयान से किनारा करना शुरू कर दिया है. सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) पर इसका असर देखने को मिला है. 


शिवपाल यादव ने मंगलवार इस मामले में फिर एक बार प्रतिक्रिया दी. हालांकि अब उनके सुर बदले हुए से नजर आए. उन्होंने कहा, "स्वामी प्रसाद मौर्य ने जो भी बयान दिया है. वो उनका व्यक्तिगत बयान है. ये बात हमलोगों ने भी बोल दी है और अखिलेश यादव ने भी बोल दिया है. तो जो अखिलेश यादव ने बोला है वही हमारा है."


अखिलेश यादव के सीएम योगी से शूद्र पर सवाल करने वाले बयान पर शिवपाल यादव ने कहा, "हम इन बातों पर नहीं जाना चाहते. जो अखिलेश यादव ने कहा है वही हमारा है." इस दौरान 2024 के चुनाव के लिए तैयारियों पर बोलते हुए कहा, "अब हम पूरे यूपी में जाएंगे और हर जिले का दौरा करेंगे. हम अब सपा को मजबूत करेंगे. सपा को फिर से सत्ता में लाना है."


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विरोध का दिखा असर
ध्यान देने वाली बात है कि मंगलवार को शिवपाल यादव एमएलसी के बयान पर सवाल को टालते भी नजर आए हैं. जिसके बाद माना जा रहा है. सपा नेताओं के विरोध का असर पार्टी में दिखने लगा है. दरअसल, पार्टी के कई नेता और विधायकों ने स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान का जमकर विरोध किया है. 


लेकिन अगर 24 जनवरी को दिए गए चाचा शिवपाल यादव के बयान पर गौर करें तो उन्होंने कहा था, "वो उनका व्यक्तिगत बयान है. हमलोग तो भगवान राम और कृष्ण को मानने वाले लोग हैं. हम उनके आदर्शों पर चलने वाले लोग हैं. हम उनके आदर्शों पर चल रहे हैं."