Ramcharitmanas Controversy: रामचरितमानस पर विवादित टिप्पणी के बाद चौतरफा घिरे सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने एक बार फिर से उन पर हमला करने वालों पर पलटवार किया है. मौर्य ने उनके खिलाफ बोलने वाले संतों, महंतों पर पलटवार करते हुए सवाल किया है कि जो लोग उनकी जीभ और सिर काटने वालों को इनाम देने की बात कर रहे हैं उन्हें क्या कहा जाए. मौर्य यहीं नहीं रुके, उन्होंने ऐसे संतों, महंतों और धर्माचार्यों को आतंकी और महाशैतान तक कह डाला.
स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान को लेकर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा हैं, बीजेपी समेत तमाम हिंदू संगठनों और साधु संतों ने उनके इस बयान पर विरोध जताया है. वही दूसरी तरफ मौर्य भी अपने बयान पर कायम हैं और पीछे हटने का नाम नहीं ले रहे हैं. इस बीच सपा नेता ने अब उन पर हमला बोलने वालों पर पलटवार किया है. मौर्य ने कहा कि "अभी हाल में मेरे दिये गये बयान पर कुछ धर्म के ठेकेदारों ने मेरी जीभ काटने एवं सिर काटने वालों को इनाम घोषित किया है, अगर यही बात कोई और कहता तो यही ठेकेदार उसे आतंकवादी कहते, किंतु अब इन संतों, महंतों, धर्माचार्यों व जाति विशेष लोगों को क्या कहा जाए आतंकवादी, महाशैतान या जल्लाद."
जानिए क्या कहा था मौर्य ने
दरअसल, स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरित मानस की कुछ चौपाईयों को जिक्र करते हुए उन्हें हटाने की मांग की थी. उन्होंने कहा कि तुलसीदास ने इसे अपनी खुशी के लिए लिखा है, इन चौपाइयों से दलितों का अपमान होता है इसलिए इसे बैन कर देना चाहिए. उनके इस बयान के बाद हंगामा हो गया है. जिसके बाद मौर्य ने फिर अपनी सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने 'रामचरितमानस के कुछ अंश पर मैंने टिप्पणी की है. हमने कोई नई चीज नहीं कही, ना ही किसी के आराध्य देव पर प्रहार किया है. हमने किसी धार्मिक पुस्तक पर भी उंगली नहीं उठाई है हमने तो तुलसीदास की लिखी रामचरितमानस के चौपाई के कुछ अंश को लेकर कहा.'
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