UP Politics: रमेश बिधूड़ी को लेकर दानिश अली का ये दावा सच हुआ, तो बढ़ सकती हैं BJP की मुश्किलें
Ramesh Bidhuri Remarks: रमेश बिधूड़ी के आपत्तिजनक बयान को लेकर बसपा सांसद दानिश अली ने बड़ा दावा किया है. दानिश अली का कहना है कि बिधूड़ी के बयान से गुर्जर समाज में भी नाराजगी है.
Danish Ali on Ramesh Bidhuri Remarks: बसपा सांसद दानिश अली (Danish Ali) ने एक बार फिर से बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी (Ramesh Bidhuri) को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर निशाना साधा है और पार्टी पर ध्रुवीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया है. बिधूड़ी के आपत्तिजनक बयान को लेकर बसपा (BSP) नेता ने कहा कि इस घटना से पूरे देश का लोकतंत्र शर्मसार है. गुर्जर समाज के लोगों में भी उनके व्यवहार को लेकर नाराजगी है. बीजेपी ने उन्हें जिस जिले का प्रभारी बनाया है, वहां के लोग भी इसका जवाब जरूर देंगे.
बसपा सांसद दानिश अली ने कहा कि "बीजेपी तो ध्रुवीकरण की राजनीति करती ही है, लेकिन देश की जनता समझ चुकी है. मेरे पास गुर्जर समाज के कई लोग आएं हैं... उनके फोन आए.. कई मुझसे मिले. उन्होंने कहा कि बिधूड़ी ने पूरे समाज का शर्मसार कर दिया है. इस देश को शर्मसार करने का काम किया, इस देश के लोकतंत्र को शर्मसार करने का काम किया है. उनका ये एजेंडा चलने वाला नहीं है. मैं दावे से कह रहा हूं कि जिस जिले के वो प्रभारी बने हैं, अगर बीजेपी वहां उनकी ड्यूटी लगाएगी तो लोग इसका जवाब देंगे."
दानिश अली के समर्थन में आया विपक्ष
बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी के लोकसभा में दिए गए आपत्तिजनक बयान के विरोध में सभी विपक्षी दल एक सुर में दानिश अली का समर्थन कर रहे हैं, लेकिन इस पूरे मामले पर बसपा की चुप्पी हैरान कर रही है. बसपा सुप्रीमो ने ट्वीट कर इस घटना की आलोचना तो की लेकिन विपक्षी दल जिस मुखर तरीके से इस पर बोल रहे हैं ऐसी कोई तीखी प्रतिक्रिया अब तक पार्टी की ओर से देखने को नहीं मिली है. वहीं राहुल गांधी और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने दानिश अली से जिस तरह मुलाकात की उसके बाद उनके कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें भी तेज हो गई हैं.
बसपा सांसद ने पीएम मोदी को लिखा पत्र
इस बीच शुक्रवार को दानिश अली ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी पत्र लिखकर रमेश बिधूड़ी मामले पर चुप्पी तोड़ने की अपील की है और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है ताकि आगे सदन में ऐसी घटनाएं नहीं हों. अली ने उन्हें मिली 'धमकियों' का हवाला देते हुए खुद के लिए पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की मांग भी की. अली ने कहा कि 'अब समय आ गया है कि प्रधानमंत्री नफरत के खिलाफ बोलें.'