Ramesh Bidhuri Remark: रमेश बिधूड़ी मामले में नहीं थम रही सियासत, अब BJP सांसद हरनाथ यादव ने दानिश अली को लेकर लिखा पत्र
UP News: बीजेपी सांसद हरनाथ सिंह यादव ने ओम बिरला को पत्र लिखकर कहा कि, विपक्ष में बैठे लोग हर विषय को राजनैतिक रंग देते हैं, किसी भी विपक्ष के नेता ने दानिश अली के असभ्य आचरण का संज्ञान नहीं लिया.
Uttar Pradesh News: बीजेपी सांसद हरनाथ सिंह यादव (Harnath Singh Yadav) ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om Birla) को पत्र लिखकर कहा कि, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सांसद दानिश अली के ‘अशोभनीय’ आचरण और टिप्पणियों की भी जांच करनी चाहिए. दनिश अली के खिलाफ सत्तारूढ़ बीजेपी के सांसद रमेश बिधूड़ी ने हाल में लोकसभा में आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को लिखे पत्र में हरनाथ सिंह यादव ने कहा कि, 'लोकसभा में सदन की कार्यवाही के दौरान सांसद रमेश बिधूड़ी के द्वारा जो कुछ कहा गया उसका मैं कतई समर्थन नहीं करता, लेकिन मैं इस बात का भी कतई समर्थन नहीं कर सकता, जो प्रधानमंत्री के संदर्भ में 'नीच' शब्द का इस्तेमाल सांसद दानिश अली द्वारा किया गया. शायद इसी प्रतिक्रिया में रमेश बिधूड़ी का आपत्तिजनक बयान आया.'
'विपक्ष ने फैलाई नफरत की आग'
हरनाथ सिंह यादव ने आगे कहा कि, 'मेरी अपील है कि, जिस तरह देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पूरी दुनिया और देश की जनता आदर और सम्मान देती है. इस तरह का सम्मान संवैधानिक पदों पर बैठे सांसदों को भी देना चाहिए. उन्होंने आगे कि, आश्चर्य है कि विपक्ष में बैठे लोग हर विषय को राजनैतिक रंग देते हैं, किसी भी विपक्ष के नेता ने दानिश अली के असभ्य आचरण का संज्ञान नहीं लिया. सारी सीमायें तो तब टूट गयी जब विपक्ष के मोहब्बत की दुकान चलाने वाले और विदेशी धरती पर देश के सम्मान को धूलधूसित करने वाले नेता दानिश अली के आवास पर नफरत की आग पैदा करने के लिए पहुंच गये. सदन के अंदर और बाहर आए दिन प्रधानमंत्री के खिलाफ अमर्यादित शब्दों का प्रयोग करना आम प्रचलन हो गया है, जिसकी कोई सीमा नहीं रह गई है.'
'जांच हो जिससे सच सामने आए'
हरनाथ सिंह यादव ने कहा, 'संसद लोकतंत्र का पवित्र मंदिर है, संविधान लोकतंत्र की आत्मा है और सांसद लोकतंत्र के रक्षक है. संसद की गरिमा को बचा कर ही हम लोकतंत्र की रक्षा कर सकते हैं. संसदीय मूल्यों, परंपराओं और मान मर्यादाओं की हर कीमत पर रक्षा अपरिहार्य है. मेरे अंदर इस बात को लेकर बहुत झोभ और गुस्सा है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए संसद के अन्दर 'नीच' शब्द का इस्तेमाल किया गया. मैं आपसे अपील करता हूं कि इस मामले की जांच हो और दूध का दूध और पानी का पानी अलग हो.' बता दें कि, इससे पहले बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे सहित कई बड़े नेताओं ने लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर दिनिश अली के खिलाफ जांच की मांग है.