Ayodhya Mandir: क्या आपने कभी रामजन्मभूमि परिसर में रामलला को चांदी के झूले में झूला झूलते देखा है. यह पहली बार है जब रामलला अपने अस्थाई मंदिर में चांदी के विशेष झूले में झूला झूल रहे हैं. यह झूला उन्हें 11 अगस्त को समर्पित किया गया है. इसके पहले रामजन्मभूमि परिसर में कोई भी कार्यक्रम या निर्माण करने से पहले रिसीवर से अनुमति लेनी होती थी और रिसीवर को सुप्रीमकोर्ट से. क्योकि मंदिर मस्जिद का मुकदमा सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन था. लिहाजा तय दिशा निर्देशों का पालन करना होता था. सुप्रीम कोर्ट से फैसले के बाद सभी बंदिशें हट गई हैं और भव्य श्री राम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण हो रहा है. 


21 किलो की चांदी का झूला समर्पित किया गया


श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के द्वारा इस बार 21 किलो चांदी से तैयार विशेष झूले को रामलला को समर्पित किया गया है और आज नागपंचमी के दिन पूजन अर्चन के बाद रामलला को इस झूले पर झूला झुलाया जा रहा है.  


रक्षा बंधन तक चलेगा झूलन उत्सव


भगवान राम लला को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की तरफ से 21 किलो का चांदी का झूला दिया गया था, जो आज सावन की पंचमी नाग पंचमी के अवसर पर रामलला को झूले पर झूलाया गया है. आज सुबह भगवान राम लला का श्रंगार करने के बाद उन्हें चांदी के झूले पर ही विराजमान कराया गया और यहीं पर रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने झूला पंचमी के मौके पर भगवान को झूलनोत्सव का आनंद दिलाया है.


दर्शन पाकर भाव विभोर हुए भक्त 


मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने बताया कि, अब जो चांदी का झूलन लग गया है उसको देख कर और आनंद आया. क्योंकि आज तक जो प्रतीक्षा रही पहले रामलला तिरपाल में थे, लकड़ी पर झूलते थे, अब अस्थाई मंदिर में आ गए और चांदी का उनको झूलन मिल गया, उस पर विराजमान हो गए हैं. उन्होंने कहा कि, भक्त आज भाव विभोर हो रहे हैं. उन्होंने बताया कि, रक्षाबंधन तक यह उत्सव मनाया जाएगा.


ये भी पढ़ें.


Meerut Crime News: नाले में दो युवतियों की लाश मिलने से सनसनी, पुलिस ने जताई रेप की आशंका