Ram Mandir Inauguration: अयोध्या (Ayodhya) में भव्य राम मंदिर (Ram Mandir) के उद्घाटन से पहले सियासत तेज हो गई है. कई विपक्षी दलों को न्योता मिलने के बावजूद समारोह में शामिल होने पर असमंज है तो वहीं कई नेता न्योता न मिलने की बात कह रहे हैं. राम मंदिर पर जारी सियासत के बीच यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, भगवान श्रीराम सबके हैं. सभी को मंदिर के दर्शन करने चाहिए और जिनका हाज़मा ख़राब हो गया हो तो वो हाजमोला खाकर चलें जाएं. 


केशव प्रसाद मौर्य ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि, "मैं किसी के कहने पर कुछ नहीं कहना चाहता, भगवान रामलला से बस यहीं प्रार्थना करना चाहता हूं कि जिनकी बुद्धि किसी भी कारण से खराब है उनकी बुद्धि का शुद्धि हो जाए. भगवान श्रीराम सबके थे, सबके हैं और सबके रहेंगे. 22 जनवरी को भगवान रामलला अपने जन्मस्थान पर विराजमान होंगे और अनंतकाल तक भगवान रामलला अपने जन्मस्थान पर रहेंगे." 


राम मंदिर पर हो रही सियासत पर पलटवार
केशव मौर्य ने कहा, "लोग दर्शन करने के लिए 22 जनवरी के बाद भी आ सकते हैं, जिनको श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट ने न्योता दिया है वो अगर 22 जनवरी अयोध्या आएंगे तो उत्तर प्रदेश सरकार होने के नाते हम सभी अतिथियों का, पूज्य संतों का और भक्तों का हार्दिक स्वागत करते हैं, उनकी सुरक्षा करेंगे और व्यवस्था करेंगे और जिनका हाजमा खराब हो गया हो, वो अयोध्या में कोई हाजमोला होगा जाकर के वहां खा लें वो ठीक हो जाएगा." 


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आपको बता दें कि 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों राम मंदिर में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. इस अवसर देशभर से तमाम साधु संतों समेत विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी वीवीआईपी हस्तियों को भी न्योता दिया गया है. इनमें कई विपक्षी दलों के शीर्षस्थ नेता भी शामिल हैं. जहां एक और सीपीएस ने इस समारोह में आने से इनकार कर दिया तो वहीं कांग्रेस नेता इस पर असमंजस में हैं. सपा नेता डिंपल यादव कह चुकी हैं कि अगर उन्हें न्योता मिलेगा तो वो जाएंगी, नहीं तो बाद में दर्शन के लिए जाएंगी.