Ramlila 2024: जहां एक ओर धार्मिक कार्यक्रमों को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अलर्ट नजर आ रही है तो वहीं दूसरी ओर आवारा तत्वों के द्वारा धार्मिक कार्यक्रमों में उत्पाद फैलाने का काम किया जा रहा है. जिसको लेकर स्थानीय पुलिस की कार्यशैली पर भी धार्मिक आयोजन करने वालों के द्वारा लापरवाही के आरोप लगाए हैं. पुलिस पर सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त न रखने के भी गंभीर आरोप लगाए हैं.


बताया जाता है अलीगढ़ में आयोजित रामलीला में लक्ष्मण का पाठ कर रहे कलाकार के आवारा तत्वों के द्वारा पत्थर मार दिया गया. इस दौरान आक्रोशित जनता के द्वारा आरोपी की गिरफ्तारी की मांग शुरू कर दी. लेकिन तब तक आरोपी मौके से फरार हो चुका था. इस दौरान रामलीला रोकने के बाद लक्ष्मण को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया. जहां डॉक्टरों के द्वारा उसका इलाज किया जा रहा है. वहीं पूरे मामले पर शिकायत पत्र लिखने के बाद रामलीला कमेटी के द्वारा डीजीपी से की है. वहीं पुलिस की कार्यशैली पर भी सवालिया निशान खड़े होते हुए नजर आ रहे हैं.


क्या है पूरा मामला
पूरे मामले को लेकर बताया जाता है कि अलीगढ़ के नौरंगाबाद इलाके में प्राचीन रामलीला मंचन का आयोजन प्रत्येक वर्ष किया जाता है. इस दौरान 6 अक्टूबर की रात किसी आवारा तत्व के द्वारा मंच पर पत्थर फेंक दिया. पत्थर मंच पर लक्ष्मण का किरदार निभा रहे कलाकार के सिर में जाकर लग गया. जिससे कलाकर का सिर बुरे तरीके से फट गया. सिर फटने के बाद रामलीला देख रही जनता आक्रोशित हो उठी. तभी रामलीला कमेटी के द्वारा इसकी सूचना इलाका पुलिस को दी गई.


आरोप है कि मौके पर पहुंची पुलिस के द्वारा लापरवाही बरती गई, जिसको लेकर रामलीला कमेटी के आयोजकों के द्वारा डीजीपी के नाम पत्र लिखकर थाना गांधी पार्क पुलिस पर कार्रवाई की मांग की है. आयोजकों का कहना है कि सूचना पर पहुंचे दरोगा ने कमेटी के पदाधिकारियों पर शराब पीने का आरोप लगाया है और अपने पास सुरक्षा व्यवस्था का कोई आदेश नहीं होने का हवाला दिया है. जिससे आयोजकों में आक्रोश है.


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आयोजकों का दावा
27 सितंबर को रामलीला आयोजन की मंजूरी के लिए उनके द्वारा अलीगढ़ के अपर जिलाधिकारी नगर के यहां आवेदन किया गया था. जिसके बाद सुरक्षा व्यवस्था और शांति व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश अधिकारियों के द्वारा  स्थानीय पुलिस को दिए गए हैं. वहीं बताया जाता है कि स्थानीय पुलिस के द्वारा एक पुलिसकर्मी की ड्यूटी रामलीला स्थल पर लगाई थी जब कि ज्यादा पुलिसकर्मी की आवश्यकता थी.


पूरे मामले पर एसपी सिटी मृगांक शेखर पाठक का कहना है कि शहर में रामलीला और कृष्णलीला आयोजन में शांति व सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल की तैनाती की गई है. यदि सुरक्षा व्यवस्था में कोई लापरवाही किसी के द्वारा बरती गई है तो इसकी जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल पूरे मामले पर पुलिस के द्वारा तहरीर के आधार पर आवारा तत्वों की तलाश शुरू कर दी है और आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए कठोर कार्रवाई का आश्वासन कार्यक्रम आयोजक समिति को दिया है.