Ramnagar News: कॉर्बेट नेशनल पार्क में बाघ से ज्यादा मादा बाघिनों की संख्या अधिक है. पार्क प्रशासन की मानें तो चार बाघों के क्षेत्रफल में छह बाघिन दिखाई दे रही हैं. बाघिनों की संख्या बाघों से अधिक होने से कॉर्बेट में बाघों की संख्या बढ़ती जा रही है. 2014 में गिनती में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में 215 बाघों की मौजूदी पाई गयी थी. वहीं 2018 में यह आकंड़ा 250 से पार जा चुका है. 2022 के आंकड़े आने अभी बाकी हैं.


बाघों का आंकड़ा 250 के पार 
पार्क प्रशासन के अनुसार बाघों का घनत्व और मादा बाघिनो की संख्या को देखते हुए बाघों का आंकड़ा 300 के आसपास जा सकता है. जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क विश्व भर में बाघों के घनत्व के लिए प्रसिद्ध है. कॉर्बेट के डिप्टी डायरेक्टर नीरज शर्मा ने बताया कि कॉर्बेट में बाघों की संख्या तेजी से बढ़ने का कारण बाघिनों की अधिक संख्या है. उन्होंने बताया कि वातावरण बाघों के लिए अनुकूल है. इसके चलते कॉर्बेट की अधिकतर बाघिन अमूमन तीन शावकों को जन्म दे रही है. इसके साथ ही शावकों की मृत्यु दर भी 40 फीसदी तक घटी है.


बाघिन की संख्या बाघ के मुकाबले ज्यादा 
कॉर्बेट नेशनल पार्क में बाघों की संख्या के अनुपात में मादा बाघों की संख्या अधिक है. इसका अनुपात चार के मुकाबले छह है, जहां एक क्षेत्र में चार बाघ दिखाई देते हैं. तो वहीं उसी क्षेत्र में 6 बाघिन दिखाई देती हैं. इससे साफ जाहिर है कि कॉर्बेट नेशनल पार्क में मादा बाघों की संख्या डेढ़ गुना अधिक है. इससे बाघों के शावक अधिक जन्म ले रहे हैं और फल फूल रहे हैं जिससे कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. वन्य जीव विशेषज्ञ की अगर मानें तो यह एक तरह से टाइगर कंजर्वेशन के लिए बेहद महत्वपूर्ण है और खुशी की बात है. लेकिन वहीं इससे मानव वन्यजीव संघर्ष बढ़ने की भी समस्याएं सामने आएंगी. इसके दूरगामी परिणाम बेहद खतरनाक हो सकते हैं.


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