Uttarakhand News: उत्तराखंड में रामनगर के सांवल्दे में एक गैर सरकारी हाथी गंभीर रूप से बीमार है. पैर में गंभीर चोट होने से यह हाथी बीते 15 दिनों से अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो पा रहा है. अपने पैरों पर खड़े नहीं होने से वह और भी गंभीर रूप से बीमार हो सकता है. इस हाथी की सहायता के लिए अब सेना (Indian Army) ने हाथ बढ़ाया है और सेना के 35 जवान हाथी की सहायता के लिए रुड़की से रवाना हो गए हैं. ये सभी जवान उसके लिए एक स्ट्रक्चर बनाएंगे, जिसमें उसको बेल्ट और लकड़ियों की सहायता से खड़ा किया जाएगा.


महावत की हुई थी हत्या
बता दें कि कुछ वर्ष पूर्व बिहार का एक महावत दो हाथियों को बिहार से रामनगर के सांवल्दे में लाया था, जिसके बाद महावत ने अपनी करोड़ो रुपए की संपत्ति हाथियों के नाम कर दी थी. इसके चलते उसके परिजनों ने महावत की हत्या कर दी थी. महावत की मौत के बाद से दोनों हाथियों पर संकट के बादल छा गए हैं. वहीं अब एक हाथी पैर में गंभीर घाव होने से पैरों पर खड़ा नहीं हो पा रहा है. 


हाथी के लिए बनाएंगे स्ट्रक्चर
वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट व हाथियों के संरक्षक इमरान खान ने बताया कि, हाथी के इलाज के लिए वाइल्डलाइफ चीफ समीर सिन्हा के माध्यम से एसआरएस यूपी से बात की गयी है. हाथी के एसआरएस जाने से पहले उसको पैरों पर खड़ा करना जरुरी है. जल्द ही उसे पैरों पर खड़ा नहीं किया गया तो उसके अंग खराब हो सकते हैं. इसके लिए सेना के उच्च अधिकारी ने हाथी की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है. हाथी की सहायता के लिए जवानों की छोटी टुकड़ी को रुड़की से रामनगर के लिए रवाना कर दिया गया है. ये जवान हाथी के लिए एक स्ट्रक्चर बनांएगे, जिसकी मदद से उसे खड़ा किया जायेगा.


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