UP Politics: क्या रामपुर के नतीजे हैं मुस्लिम मतदाताओं का मिजाज बदलने का संदेश? जानिए- क्यों उठ रहा ये सवाल
Rampur assembly by election: पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मशहूर अहमद मुन्ना ने कहा कि BJP का डर दिखाकर वोट लिया जाता था लेकिन अब लोगों में वह डर नहीं रहा. इस बार कोई कार्ड नहीं चला.
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Uttar Pradesh News: यूपी के रामपुर में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत के बाद समाजवादी पार्टी को एक बड़ा नुकसान हुआ है. सपा के कद्दावर नेता कहे जाने वाले आजम खान (Azam Khan) ने विधानसभा उपचुनाव (Rampur assembly by election) में अपने प्रत्याशी आसिम राजा (Asim Raja) को जिताने के लिए जी जान से प्रचार किया और अपने अंदाज में मंच से गर्जना की बाबजूद इसके उनचुनाव के नतीजों में आजम खान का कोई प्रभाव नहीं दिखा. इसे लेकर हमने रामपुर के दिग्गजों से बातचीत की. आइए जानते हैं कि समाजवादी पार्टी के नेता या बीजेपी के धुरंधर इसपर क्या सोचते हैं.
पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ने क्या कहा
सबसे पहले समाजवादी पार्टी के नेता पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मशहूर अहमद मुन्ना से हमने बातचीत की. उन्होंने कहा कि आजम खान पर लोगों को भरोसा नहीं रहा. उनकी जुबान पर लोग वोट देते थे और कई बार दिया है. आसिम को राजा बना दो, ऐसा नहीं हो सकता, राजा जनता के बीच का आदमी बनेगा. उन्होंने आजम खान द्वारा विधानसभा चुनाव में उतारे प्रत्याशी का विरोध जताया. सपा नेता मशहूर अहमद ने कहा जनता ने आजम खान के विरोध में वोट किया है. उन्होंने कहा रामपुर की जनता ने रोजगार के मुद्दे पर वोट दिया है. उन्होंने तंज करते हुए कहा कि रामपुर में पहले एक ही रोजगार था पेडल वाला रिक्शा और अब इलेक्ट्रिक वाला.
पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि बीजेपी का डर दिखाकर लोगों से वोट लिया जाता था लेकिन अब लोगों में वह डर नहीं रहा. इसबार कोई कार्ड नहीं चला, मस्जिद की बात भी आई, अजान की बात भी आई लेकिन लोगों ने सुनकर वोट नहीं दिया कब तक सुनेंगे. मशहूर अहमद मुन्ना ने कहा आजम खान मुस्लिम वोटर्स पर राजनीति करते थे लेकिन अब मुस्लिम वोटर पर राजनीति नहीं रह गई. जब जयाप्रदा रामपुर से चुनाव लड़ रहीं थीं तब भी लोगों ने संकेत दिया था. जब आजम खान विरोध कर रहे थे लेकिन जयाप्रदा समाजवादी पार्टी से बंपर वोटों से जीतीं. उस वक्त भी मुस्लिम वोटर्स ने आजम खान की बात नहीं मानी थी.
बीजेपी नेता ने इसपर क्या कहा
बीजेपी नेता सूर्य प्रकाश पाल ने कहा, "मैं ऐसा मानता हूं कि किसी की राजनीति कभी भी खत्म नहीं होती और जहां तक राजनीति खत्म होने की बात है व्यक्ति के अपने काम करने के तरीके उसको खत्म करते हैं. आजम खान जब वह सत्ता में थे तो उनके जो कारनामे रहे उसके कारण लगता है आज आम जनता को भी यह महसूस हुआ कि जिस तरह से उन्होंने आम जनता के साथ ज्यादतियां कीं. स्वाभाविक बात है कि उनकी राजनीति को आज जनता समझ गई है और उनको नकार दिया."
बीजेपी के पसमांदा कार्ड कारगर होने के सवाल पर सूर्य प्रकाश पाल ने कहा, "भारतीय जनता पार्टी की चाहे उत्तर प्रदेश की सरकार हो चाहे देश की सरकार हो ईमानदारी के साथ सबका साथ सबका विकास किया." उन्होंने कहा, "अब मुसलमानों के दिल में बीजेपी पार्टी ने घर किया है. मुसलमानों ने अब भारतीय जनता पार्टी की नीतियों को समझा है और बीजेपी के खिलाफ जो धारणा मुसलमानों में थी वह खत्म हुई हैं. आज हम सबके साथ हैं और सब हमारे साथ हैं."
पत्रकार दिवाकर गौड़ ने क्या कहा
रामपुर के वरिष्ठ पत्रकार दिवाकर गौड़ के मुताबिक रामपुर में हुए लोकसभा उपचुनाव के बाद ही आजम खान की राजनीति के ग्राफ में गिरावट आई है. उनके मुताबिक रामपुर के मुस्लिम मतदाताओं की सोच अब आजम खान को लेकर बदल गई है. विधानसभा उपचुनाव के नतीजे आने के बाद यह देखने में आया कि जिन क्षेत्रों में बीजेपी का कोई अस्तित्व नहीं था वहां से भी बीजेपी ने इस बार बढ़त बनाई. बीजेपी को मिले वोट से पता चलता है कि मुस्लिम मतदाताओं का रुख अब बीजेपी की ओर हो चला है.
पत्रकार दिवाकर गौड़ ने आगे बताया कि, इसके अलावा एक फैक्टर यह भी है कि केंद्र और राज्य में बीजेपी की सरकार है. इसलिए अगर सपा का विधायक निर्वाचित होता तब भी रामपुर का विकास नहीं हो पाता. इसके मद्देनजर रामपुर की आवाम ने इस बार रामपुर के राजनीतिक इतिहास को बदलकर बीजेपी को वोट किया और भाजपा के प्रत्याशी को विधायक बनाया है. वहीं आजम खान के समर्थकों में भी कमी आई है. बीजेपी के पसमंदा कार्ड ने भी रामपुर में अहम भूमिका निभाई. रामपुर के मुस्लिम बाहुल्य बूथों से बीजेपी को वोट मिला. उपचुनाव के नतीजों को देखकर मुस्लिम मतदाताओं के मिजाज बदलने का संदेश साफ है जिसका जीता जागता सबूत रामपुर में बीजेपी का विधायक निर्वाचित होना है.
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