रामपुर, एबीपी गंगा। रामपुर से बीजेपी प्रत्याशी जयाप्रदा एक जनसभा को संबोधित करते हुए भावुक हो गईं। सभा के दौरान जयाप्रदा ने अपने राजनीतिक विरोधी आजम खान के अमर्यादित बयान का जिक्र किया। आजम खान के बयान को लेकर वो बोलते-बोलते भावुक हो गईं। जयाप्रदा ने कहा कि मैं आजम खान को अपना भाई बोलती थीं।


आजम को भाई बोलती थीं...


आजम खान द्वारा लगातार जयाप्रदा के लिए अमर्यादित बयान आने के बाद जयाप्रदा ने मैदाने जंग का आगाज कर दिया है। अब जयाप्रदा ने आजम पर पलटवार करते हुए कहा है कि मैं उनको अपना भाई बोलती थीं, एक बहन के लिए इस तरह की अभद्र शब्द इस्तेमाल करना कि बहन क्या पहन रही है? बहन किस तरह के कपड़े पहनती है? बहन किस रंग के कपड़े पहनती है? ये ठीक नहीं है।


'रामपुर को छोड़कर नहीं जाऊंगी'


जयाप्रदा ने आगे कहा कि मैं एक महिला हूं, लेकिन आपकी धमकियों, आपकी टिप्पणियों और आपके अभद्र शब्दों से अगर आप ये सोच रहे हैं कि मैं रामपुर छोड़कर चली जाउंगी। तो मैं कभी  रामपुर को और  इसकी जमी को छोड़कर कहीं नहीं जाऊंगी।


जीना यहां, मरना यहां...


वे यहीं नहीं रूकी, उन्होंने आगे कहा कि जब तक मेरी जिंदगी है, जब तक मेरे शरीर में खून है, एक-एक कतरा इस रामपुर के लिए मैं समर्पित करती हूं और भावुक होकर जयाप्रदा ने जनता दरबार में कहा मरते दम तक जीना यहां मरना यहां इसके सिवा जाना कहा।



आजम ने क्या कहा था?


बता दें कि रामपुर से बीजेपी की उम्मीदवार जयाप्रदा पर सपा प्रत्याशी आजम खान ने बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।  इस मामाले में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खान के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है। रविवार को शाहबाद में एक चुनावी रैली के दौरान आजम खान ने जया प्रदा पर आपत्तिजनक बयान दिया Le। उन्होनें कहा कि जिसको अंगुली पकड़कर हम रामपुर लाए। रामपुर की गलियों और सड़कों से पहचान कराई। किसी का कांधा नहीं लगने दिया, किसी को छूने नहीं दिया, गंदी बात नहीं करने दी। 10 साल प्रतिनिधित्व कराया। शाहबाद वालों, रामपुर वालों उसकी असलियत समझने में आपको 17 साल लग गए, लेकिन मैं 17 दिन में पहचान गया।