Uttarakhand News: उत्तराखंड (Uttarakhand) के पूर्व सीएम हरीश रावत (Harish Rawat) ने कुमाऊं की सड़कों की बदहाली के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इसी क्रम में उन्होंने मोहन के पास एनएच 309 पर धरना-प्रदर्शन शुरू किया. इस दौरान उनके साथ मौजूद लोगों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की. कांग्रेस (Congress) नेता के धरने के कारण आम लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा. यहां सड़क के दोनों तरफ लंबा जाम लग गया था. 


एक महीने पहले दी थी धरने की चेतावनी


वहीं हरीश रावत ने धरने के दौरान सड़कों का जल्द निर्माण कराने की मांग की. इसके साथ ही उन्होंने सरकार से मांग की कि कृषि और लोक निर्माण विभाग के मंत्री को हटाया जाए. हरीश रावत ने कहा है कि अगर सरकार ने उनकी मांगें नहीं मांनीं तो पूरे राज्य में और भी उग्र तरीके से आंदोलन किया जाएगा.  दरअसल, एक महीने पहले ही पूर्व सीएम रावत ने कुमाऊं की सड़कों की बदहाली के विरोध में मोहन में धरना-प्रदर्शन करने की चेतावनी दी थी और जब उनकी मांग नहीं मानी गई तो वह धरने पर बैठ गए. 


गणेश जोशी, सतपाल महाराज को हटाने की मांग

एक महीने बाद भी सड़कों की हालत जस की तस होने पर पूर्व मुख्यमंत्री ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. मोहन स्थित एनएच 309 में धरने के दौरान पूर्व सीएम हरीश रावत ने मीडियाकर्मियों से भी बात की. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार पूरे प्रदेश में गड्ढे कराने के लिए जानी जानी जा रही है. जिसका साफ असर सड़कों पर दिखाई दे रहा है. उन्होंने बताया कि सरकार को बीते महीने सड़क की बदहाली को लेकर चेताया गया था. बावजूद इसके सरकार कुम्भकरण की नींद सोई हुई है. उन्होंने बदहाल सड़कों के निर्माण की मांग की. हरीश रावत ने कहा कि वह कृषि मंत्री गणेश जोशी और पीडब्लूडी मंत्री सतपाल महाराज को हटाने की मांग कर रहे हैं. 


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