Jauhar University News: उत्तर प्रदेश के रामपुर स्थित जौहर यूनिवर्सिटी के लिए अदालत आज सर्च वारंट जारी कर सकती है. पुलिस ने कोर्ट में जौहर यूनिवर्सिटी में सर्च अभियान चलाने की अनुमति मांगी है. वहीं सर्च वारंट जारी करने से पहले कोर्ट ने जिलाधिकारी (डीएम) रामपुर को आदेश जारी किया है. इस आदेश में कोर्ट ने डीएम से एडीएम रैंक के तीन अफसरों के नाम मांगे हैं.
बता दें कि डीएम, यूनिवर्सिटी परिसर के बरामदगी स्थलों की भी पहचान करेंगे, वहीं सर्च वारंट पर आज फिर सुनवाई होगी. पुलिस ने यूनिवर्सिटी से अब्दुल्ला आज़म के करीबियों की निशानदेही पर पहले मशीन, फिर किताबें और फर्नीचर बरामद किया था. इस मामले की सुनवाई एमपी-एमएलए कोर्ट में चल रही है.
बीते दिनों बरामद हुई थी ये सामग्री
पुलिस ने बीते रविवार को जुआ खेलने के आरोप में अनवार और सालिम नाम के दो लोगों को गिरफ्तार किया था. इन दोनों की निशानदेही पर पुलिस ने जौहर यूनिवर्सिटी के परिसर में गड्ढे में दबाया गया रोड क्लीनर मशीन बरामद किया था. इसके बाद दोनों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई तो उनकी निशानदेही पर जौहर यूनिवर्सिटी में दीवार तोड़कर मदरसा आलिया से चोरी हुई किताबें बरामद की गई. दोनों पुलिस को जौहर यूनिवर्सिटी के दो कर्मचारियों का नाम बताया था. इसके आधार पर पुलिस ने जौहर यूनिवर्सिटी के दो कर्मचारियों परवेज और सलाउद्दीन को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की तो उनकी निशानदेही पर बुधवार को मदरसा आलिया की 42 अलमारियां बरामद की गईं.
पुलिस को है और सामान मिलने की आशंका
गुरुवार की बरामदगी के बाद पुलिस का अनुमान है कि जौहर यूनिवर्सिटी में सर्च अभियान चलाने पर और कुछ सामान बरामद हो सकता है. इसके लिए कोतवाली पुलिस ने कोर्ट से सर्च वारंट हासिल करने के लिए प्रार्थना पत्र दाखिल किया. जिस पर गुरुवार को एमपी-एमएलए कोर्ट मजिस्ट्रेट ट्रायल में सुनवाई हुई. प्रार्थनापत्र पर अभियोजन अधिकारी अमर तिवारी ने कोर्ट में दलील दी कि यूनिवर्सिटी कैंपस में भारी मात्रा सामान बरामद हो रहा है. आशंका है कि और भी सामान मिल सकता है. लिहाजा सर्च अभियान चलाने के लिए वारंट दिया जाए. बहस सुनने के बाद कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है. संभावना है कि कोर्ट आज शुक्रवार को अपना फैसला सुना सकती है. अब देखना ये होगा कि इस मामले में आगे क्या होता है.