Rampur News: रामपुर सिविल लाइन थाना क्षेत्र के शादी की मढैया गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. एक पिता ने अपनी 8 साल की बेटी और 11 साल के बेटे को जहर खिलाकर खुद भी जहर खा लिया, जिसमें पिता की और 8 साल की बेटी की मौत हो गई. 11 साल का बेटा जो जहर नहीं निगल पाया, वह बच गया. इतना भयानक कदम उठाने की वजह बताते हुए उसकी पत्नी मेहताब ने कहा कि उनके घर को लेकर राजस्व विभाग की ओर से मकान तालाब की भूमि पर बना होना दर्शा कर 64 लाख के हर्जाने की भरपाई का नोटिस दिया गया था. इस नोटिस के संबंध में पांच दिन पूर्व राजस्व कर्मी दबाव बना रहे थे. इसी के चलते यह खतरनाक कदम उठा लिया. ज़हर खाने के चलते 8 वर्षीय बेटी इरम और पिता सलीम (55) की मौत हो गयी. घटना से परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है तो वहीं राजस्व विभाग के खिलाफ आक्रोश भी है.


एसडीएम रामपुर निरंकार सिंह ने बताया पूरा मामला यह है कि कल दोपहर बाद मुझे जानकारी मिली कि सलीम पुत्र भूरा और उसके दो बच्चों ने कोई विषैला पदार्थ खा लिया है और उसकी कंडीशन ठीक नहीं है. हम लोगों ने अपनी टीम भेजकर इन तीनों लोगों को जिला हॉस्पिटल में एडमिट कराया उसके बाद जब इलाज चल रहा था तो वहां से यह हुआ कि जो पुत्री है और सलीम की स्थिति नाजुक है इनको रेफर करना है तो हम लोग वहां से रेफर कराकर मुरादाबाद कॉसमॉस में एडमिट करा दिया. जिनकी आज सुबह में मृत्यु हो गई.


एसडीएम ने दी ये जानकारी
जहर खाने की क्या वजह थी? क्या कोई नोटिस भेजा गया था इस पर एसडीएम ने बताया, इनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी और एक लड़का जो थ्रेसीमिया नामक बीमारी से पीड़ित था जिसका प्रशासन द्वारा पूर्व से ही इलाज कराया जा रहा है और जो नोटिस की बात कही वो गांव में कुछ परिवार ऐसे हैं जिन्होंने तालाब की जमीन पर मकान बने हुए हैं और उन्हें 2021 में नोटिस भेजा गया था. इस केस से नोटिस का कोई संबंध नहीं है. यह प्रतीत होता है क्योंकि यह 2 साल पहले का प्रकरण है, लेकिन वाद विचाराधीन था उसमें मानसिक स्थिति और आर्थिक स्थिति का मामला प्रतीत होता है कि इस कारण यह घटना हुई है और प्रशासन बच्चे का पूरा इलाज करा रहा था.


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मृतक की पत्नी मेहताब जहां ने बताया कि हम जगह को लेकर टेंशन में हैं. हमारे यहां नोटिस आया है. अभी चार-पांच दिन पहले तहसीलदार साहब आए थे उनसे बात हुई. मेरा बच्चा बीमार है, मेरे 7 बच्चे हैं. इन्होंने चूहों की दवाई खाई है. घर पर सही आए थे लेकिन कई दिन से टेंशन में थे. किसी भी बच्चे से नहीं बोल रहे थे.