Rampur: अब्दुल्ला आजम के करीबियों से पूछताछ में बड़ा खुलासा, ओरिएंटल कॉलेज की चोरी हुई कीमती किताबें बरामद
अब्दुल्ला आजम के दोस्तों से पूछताछ में पुलिस को राजकीय ओरिएंटल कॉलेज से चोरी हुई किताबें मिली हैं. 2016 में कॉलेज से 10 हजार से अधिक किताबें चोरी कर ली गई थीं.
UP News: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के वरिष्ठ नेता और रामपुर के नगर विधायक आजम खान (Azam Khan) और उनके परिवार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही. उनके विधायक बेटे अब्दुल्ला आजम (Abdullah Azam) के बेहद करीबी दो मित्रों को जुआ खेलने का वीडियो वायरल होने पर गिरफ्तार किया गया था. अब उनसे पूछताछ में कई खुलासे हुए हैं. उनके खुलासे पर जोहर यूनिवर्सिटी में जेसीबी से खुदाई करके नगर पालिका रामपुर की एक कीमती सफाई मशीन बरामद की गई थी. इसी क्रम में आज भी कार्रवाई हुई है.
यूनिवर्सिटी के लिफ्ट शाफ्ट से मिलीं चोरी हुई किताबें
पुलिस रिमांड पर लिए गए दोनों आरोपियों की निशानदेही पर आज पुलिस ने यूनिवर्सिटी कैंपस बिल्डिंग में बनी लिफ्ट शाफ्ट में छुपा कर रखी गई बेहद कीमती किताबों को बरामद किया है. ये किताबें मदरसा आलिया की है जिसकी स्थापना 1774 में नवाब रामपुर ने की थी. इसे राजकीय ओरिएंटल कॉलेज के नाम से भी जाना जाता था. इसी की लाइब्रेरी से ये किताबें चोरी की गई थीं और इस मामले में 2019 में एफआईआर दर्ज की गई थी. इनकी बरामदगी के बाद पुलिस अब दोनों आरोपियों की पुलिस रिमांड बढ़ाने के लिए एक बार फिर न्यायालय का रुख कर रही है.
मशीन के बारे में ऐसे मिली जानकारी
इस मामले पर अपर पुलिस अधीक्षक डॉक्टर संसार सिंह ने बताया अनवार और सालिम को दो दिन पहले गिरफ्तार किया था. इनसे पूछताछ की गई थी. इसी दौरान कल एक और मुकदमा लिखा गया. बाकर खान नाम के एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया नगर पालिका द्वारा सफाई करने के लिए कुछ मशीनें मंगाई गई थीं, महंगी मशीनें थीं. जौहर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने वहां से मशीनें मंगवा ली थीं. उन्होंने बताया कि उस समय के तत्कालीन चेयरमैन अज़हर अहमद खां, आजम खान और अब्दुल्ला आजम की मिलीभगत से से मशीन वहां से हटा दी गई थी. मशीन को काटकर जोहर यूनिवर्सिटी में दबा दिया गया. सरकार बदली तो प्रशासन ने मशीनों का पता करने की कोशिश की.
कॉलेज के प्रिंसिपल की अपील पर हुई कार्रवाई
वहीं,राजकीय ओरिएंटल कॉलेज (मदरसा आलिया) के प्रिंसिपल जुबेर अहमद ने पुलिस को बताया सितंबर 2016 में 10633 किताबें चुरा ली गई थीं. इस संबंध में उन्होंने 2019 में चोरी का एक मुकदमा लिखाया था उसमें सात अभियुक्त जेल जा चुके थे. 2500 किताबें बरामद हो गई थीं. प्रिंसिपल ने पुलिस को कहा कि अनवार और सालिम से पूछताछ पर इसकी जानकारी मिल सकती है. पुलिस ने बताया की प्रिंसिपल की सूचना पर हम लोगों ने अनवार और सालिम से पूछताछ की. उनकी निशानदेही पर यूनिवर्सिटी के लिफ्ट शाफ्ट में किताबें मिलीं. अभी किताबों की गिनती जारी है.
ये भी पढ़ें -
UP Monsoon Session: विधानसभा में अखिलेश यादव पर सीएम योगी का पलटवार, कहा- ये लोग केवल उपदेश देते हैं