रामपुर, एबीपी गंगा। सपा सांसद आजम खान की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। रामपुर में जौहर यूनिवर्सिटी पर छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया गया है। जौहर यूनिवर्सिटी समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद आजम खान की है। पुलिस ने लाइब्रेरी से रामपुर के ऐतिहासिक मदरसा आलिया से चोरी की गई किताबें बरामद की हैं। एसपी अजय पाल के मुताबिक मदरसे से चोरी 100 से ज्यादा किताबें जौहर यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी से मिली हैं। पांच कर्मचारियों को हिरासत में लिया है। मामले की जांच जारी है।
एसपी रामपुर अजय पाल के मुताबिक, 16 जून को पुलिस में शिकायत की गई थी कि रामपुर के ऐतिहासिक मदरसा आलिया की बेशकीमती और पुरानी किताबें चोरी कर ली गईं। जौहर यूनिवर्सिटी में उन किताबों के होने का शक जताया गया था। पुलिस की जांच में भी सबूत मिल रहे थे। मंगलवार को छापे में मदरसा आलिया की सौ से ज्यादा किताबों को बरामद किया है। कर्मचारियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
आजम खान को देनी होगी क्षतिपूर्ति
25 जुलाई को रामपुर के उपजिलाधिकारी ने यूनिवर्सिटी के अंदर से गुजर रहे सार्वजनिक मार्ग से अनाधिकृत कब्जा हटाने को कहा था। इसके अलावा प्रशासन ने आजम खान को क्षतिपूर्ति के रूप में 3 करोड़ 27 लाख 60 हजार देने को कहा है। आजम खान को कब्जा मुक्त होने तक 9,10,000 प्रति माह की दर से लोक निर्माण विभाग को देने का आदेश दिया गया है।
आले हसन के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी
25 जुलाई को अदालत ने जौहर यूनिवर्सिटी की 7 हेक्टेयर जमीन के पट्टे को रद कर दिया था। यह जमीन 2013 में 30 साल के लिए मौलाना मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट के संयुक्त सचिव नसीर अहमद खान के नाम से लीज पर ली गई थी। इस बीच उत्तर प्रदेश पुलिस ने जौहर यूनिवर्सिटी के पदाधिकारी आले हसन के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया है।
जमीन हड़पने का आरोप
आजम खान और उनके सहयोगी आले हसन के खिलाफ 26 किसानों की 5 हजार हेक्टेयर जमीन हड़पकर मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय के निर्माण में इस्तेमाल करने का संगीन आरोप है। इस मामले में उनके खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हुए हैं। वहीं, जिला प्रशासन ने आजम के खिलाफ कार्रवाई की है। एसडीएम की तरफ से उनका नाम ऐंटी-भू माफिया पोर्टल में दर्ज कर लिया गया।