UP News: रामपुर के शाहबाद तहसील में मंगलवार को अचानक नोटों की बारिश होने लगी. नोटों की बारिश होती देख तहसील परिसर में अफरा-तफरा मच गई. बताया जा रहा है कि एक शख्स जमीन का बैनामा कराने तहसील आया था. बैनामा कराने आए शख्स बाइक से थे. बाइक पर डेढ़ लाख रुपयों से भरा नोटों का बैग था. बंदर बाइक से बैग उठाकर तहसील भवन की छत पर ले गया और नोटों की बरसात करने लगा. ऊपर से नोटों की बारिश होते देख लोगों की भीड़ लग गई. बता दें कि दिल्ली के सीलमपुर निवासी अबरार जमीन का बैनामा कराने शाहबाद तहसील आए थे.


अचानक होने लगी नोटों की बारिश


बंदर अबरार का बैग उठाकर तहसील भवन की छत से नोटों को उड़ाने लगा. नोटों को जमीन पर गिरता देख अबरार को बैग की याद आई. बैग में ज्यादातार पांच पांच सौ के नोट थे. बैग की याद आने पर अबरार शोर मचाने लगे. शोर सुनकर कर्मचारियों समेत वकीलों की भीड़ इकट्ठा हो गई. लोगों ने बंदर को घेरने की कोशिश की. बंदर नोटों से भरा बैग मौके पर छोड़कर भाग गया. गनीमत रही कि बंदर बैग छोड़कर भागा था. वरना अबरार को डेढ़ लाख का चपत लग सकता था. लोगों ने तहसील परिसर से रुपए उठाकर अबरार को सौंप दिए. रुपए मिलने के बाद अबरार ने राहत की सांस ली. 


माजरा समझकर लोगों के उड़े होश 


बंदर की शरारत पूरे जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है. स्थानीय लोगों का कहना है कि तहसील परिसर बंदरों का अड्डा बन गया है. आए दिन किसी न किसी का सामान उठाकर या छीनकर बंदर पेड़ों पर चढ़ जाते हैं. बंदर के डर से लोग हाथ मलकर रह जाते हैं. पहले भी बंदर नोटों की गड्डी को उठाकर पेड़ पर चढ़ने की घटना को अंजाम दे चुके हैं. तहसील परिसर में रजिस्ट्री, जमीन विवाद के मामलों की वजह से रोजाना चहल पहल रहती है.  


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