Rampur News: आजम खान पर फिर एक्शन, गवाह को धमकाने के मामले में दर्ज हुई FIR, एसपी ने कही ये बात
UP News: एसपी ने कहा, धमकी वाली बात नहीं चलेगी. मैंने सुनिश्चित किया है कि उनको सुरक्षा दी जाए. कोई दबाव बनाएगा तो मैं सख्त कार्रवाई करूंगा चाहे आजम खान हों या कोई भी हो.
Uttar Pradesh News: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और रामपुर नगर विधायक आजम खान (SP leader Azam Khan) और पांच अज्ञात के खिलाफ रामपुर (Rampur) की नगर कोतवाली में एक गवाह द्वारा कोर्ट में प्रचलित मुकदमे की गवाही में आजम खान के खिलाफ गवाही न देने को लेकर धमकाने का आरोप है. इस मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 147,195-A,506 और 120B के तहत एफआईआर दर्ज हुई है. मुकदमा दर्ज कराने वाला गवाह नन्हे ने 2019 में भी आजम खान के यतीम खाना वक्फ से संबंधित मामले में मुकदमा दर्ज कराया था जिसमें समाजवादी पार्टी की सरकार के समय यतीमखाना की भूमि को खाली कराने के लिए मकानों को तोड़ा गया था और जबरन कब्जा खाली कराया गया था.
एमपी-एमएलए कोर्ट में होनी थी गवाही
इस मामले में जब प्रदेश में सत्ता पलट हुई और भारतीय जनता पार्टी की सरकार आई तो 2019 में तत्कालीन सीओ सिटी आले हसन खान सहित आजम खान के खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई जिसमें मकान तोड़े जाने से लेकर लूटपाट, जान से मारने की धमकी और अपराधिक षड्यंत्र जैसी गंभीर धाराएं लगाई गईं थीं. उसी मामले में रामपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट में गवाही होनी थी.
गवाह ने शिकायत में क्या कहा
अदालत का समय होने से पहले ही गवाह ने कोतवाली नगर पहुंचकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि सुबह करीब 9:30 बजे पांच अज्ञात लोग उसके घर आए और कहा आज तुम्हारी आजम खान के मामले में गवाही होनी है, हमें आजम खान जो पूर्व मंत्री हैं उन्होंने भेजा है, आपको मुकदमे में उनके खिलाफ गवाही नहीं देनी है. अगर सही बात कही तो आप जानते हो कि आपका क्या हश्र होगा. उसने कहा कि इस वजह से मैं डरा हुआ हूं और थाने आया हूं, मेरी रिपोर्ट दर्ज कर मेरी गवाही कराई जाए. इसके बाद कोतवाली पुलिस ने गवाह की इस शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर उसे सुरक्षित कोर्ट पहुंचाया जहां आज गवाही की प्रक्रिया हुई.
कारवाई का सिलसिला फिर शुरू
आजम खान पर प्रदेश में सत्ता पलट के बाद 90 मुकदमे दर्ज हुए हैं. वह 27 महीने बाद सीतापुर जेल से कुछ दिन पहले ही रिहा हुए हैं. आजम खान को सभी मामलों में जमानत मिल चुकी है लेकिन उनकी जमानतें ज्यों ज्यों अदालत से मंजूर होती थीं कोई ना कोई नया मुकदमा उनके खिलाफ दर्ज हो जाता था जिसके चलते उन्हें जेल से बाहर निकलना संभव नहीं हो रहा था. उन्हें जेल से बाहर आने में 27 महीने लग गए. उनकी रिहाई भी सुप्रीम कोर्ट के एक विशेष जमानती आदेश के तहत हुई जिसमें अदालत ने एक के बाद एक हो रहे मुकदमों पर नाराजगी जताई थी. तब से ही आजम खान पर कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ था लेकिन आज यह एफआईआर दर्ज होने के बाद लगता है आजम खान पर कारवाई का सिलसिला फिर शुरू हुआ है.
इस मामले में वादी मुकदमा/गवाह नन्हे ने बताया, सुबह मैं कचहरी आ रहा था तो आजम खान के 4-5 लोगों ने रास्ते में मुझसे कहा कि आजम खान के खिलाफ गलत बयान मत देना नहीं तो आपका हश्र आप जानते हैं कि क्या किया जाएगा. यह मामला यतीमखाना प्रकरण में चल रही गवाही को लेकर था, फिर मैं थाना कोतवाली गया और रिपोर्ट लिखवाई और अपनी मदद के लिए वहां से सर को लेकर आया कि मुझे खतरा है.
जांच की जाएगी-एसपी
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार शुक्ला ने बताया, आजम खान सदर विधायक हैं और उनके खिलाफ कई मुकदमे कायम हैं. गवाहियां होती रहती हैं. आज एक गवाह ने इंस्पेक्टर कोतवाली को आकर बताया कि मुझे धमकाया जा रहा है और यह कहा जा रहा है कि गवाही मत दो, तंग किया जा रहा है. मैंने इस बारे में पता लगाने को कहा क्योंकि अनावश्यक रूप से बात फैलती है. वे हाईप्रोफाइल आदमी हैं तो हम लोग भी सोच समझकर कोई कार्रवाई करते हैं. मैंने तहकीकात करने को कहा तो उन्होंने पूरा पता किया. सच्चाई यह थी कि कुछ लोग उसको धमकाने गए थे. इसके बाद हमने कहा कि जो नियम संगत कार्रवाई होती है वह कीजिए. उसने लिखित तहरीर दिया है और मुकदमा दर्ज किया गया है, जांच की जाएगी.
सख्त कार्रवाई करूंगा-एसपी
एसपी ने बताया कि, गवाह को सुरक्षा देना हमारा प्रथम दायित्व है. न्यायपालिका में सबका विश्वास होना चाहिए. न्यायिक प्रक्रिया में बाधा डालना किसी को शोभा नहीं देता है चाहे वह हम हों या आप हों या कोई भी हो. इसीलिए जो घटना हुई है उसका मामला दर्ज है. इसकी गहराई से छानबीन की जाएगी. ऐसा हम कतई नहीं होने देंगे. जो न्यायपालिका के काम में बाधा डालने की कोशिश करेगा उसको उसी के हिसाब से ठीक करेंगे. गवाहों को बयान देने दीजिए और न्यायपालिका को अपना काम करने दीजिए. आप अपनी बात जहां रखना हो रखिए लेकिन यह जोर-जबर्दस्ती और धमकी वाली बात नहीं चलेगी. यह यह यतीम खाने का मामला है. मैंने यह भी सुनिश्चित किया है उनको सुरक्षा दी जाए. सुबह शाम उनकी खैरियत ली जाए और अगर कोई भी किसी भी तरह का दबाव बनाएगा तो मैं सख्त कार्रवाई करूंगा चाहे वह आदरणीय आजम खान हों या कोई भी हो. हम सख्त कार्रवाई करेंगे.