Rangnath Mishra News: पूर्व मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता रंगनाथ मिश्रा को आय से अधिक संपत्ति मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) से राहत मिल गई है. जिसके बाद वो अपने राजनीतिक क्षेत्र भदोही में लौट आए हैं. इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी पर ज़ोरदार हमला बोला और सपा पर उन्हें फर्जी मामलों में फंसाने का आरोप लगाया.  उन्होंने चार बार के पूर्व सपा विधायक विजय मिश्रा के इशारे पर सपा सरकार में उन्हें फंसाने का आरोप लगाया. 


रंगनाथ मिश्रा ने कहा कि पिछले साल 15 जुलाई से दो दिन सतर्कता विभाग (विजलेंस) ने मेरे घर व आफिस की तलाशी ली थी जिसमें मात्र दो लाख रुपये, 500 ग्राम सोना मिला था. उन्होंने कहा कि अवैध काम करने वालों के खिलाफ लड़ाई लड़ने पर माफियाओं और अधिकारियों के गठजोड़ ने मुझे सपा की सरकार में जानबूझकर फंसाया था.


विपक्षी दलों के आरोपों पर दिया जवाब
दूसरी तरफ विपक्षी दल लगातार उन पर बीजेपी की वॉशिंग मशीन में धुला नेता कहकर निशाना साध रहे हैं. दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी उन पर सवाल उठाए थे. रंगनाथ मिश्रा ने इन तमाम बातों पर भी जवाब दिया है. पूर्व मंत्री ने कहा कि भाजपा में जाने से ED क्लीन चिट नहीं देती. मैं पहले भी भाजपा में था और आगे भी रहूंगा. हमारे ऊपर माफियाओं के दबाव के चलते और उनको सबक सिखाने व हराने के लिए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में गया था. 


पूर्व मंत्री रंगनाथ मिश्र ने कहा कि आय से अधिक संपत्ति के मामले में प्रयागराज की MP-MLA कोर्ट में ट्रायल चल रहा था. लगभग 9 साल बाद माननीय कोर्ट ने मुझे इस मामले में भी बाइज्जत बरी कर दिया. इस केस में मैंने 22 साल तक असहनीय पीड़ा को सहा और जेल में रहा जिसकी भरपाई कभी नही हो सकती है.


रंगनाथ मिश्रा ने भाजपा से अपनी राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी और औराई विधानसभा से विधायक बने. भाजपा सरकार में गृह राज्य मंत्री सहित कई महत्वपूर्ण विभागों के कैबिनेट मंत्री रहे. 2007 में वो बसपा में शामिल हो गए और फिर चुनाव जीतकर बसपा सरकार में भी मंत्री रहे. पिछले विधानसभा चुनाव में वो बसपा छोड़कर फिर से बीजेपी में शामिल हो गए.