जान से मारने की धमकी मिलने के बाद रेप पीड़िता ने एसपी से लगाई न्याय की गुहार
फतेहपुर में रेप पीड़िता ने जान से मारने की धमकी की शिकायत दर्ज करवाई है। उसका कहना है कि जिन लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया उनमें से एक को पुलिस ने क्लीन चिट दी है। अब वह उसे मारने की धमकी दे रहा है
फतेहपुर, एबीपी गंगा। उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में गैंगरेप पीड़िता को मिल रही जान से मारने की धमकी से परेशान नाबालिग ने एसपी से न्याय की गुहार लगाई है। इस मामले में पुलिस की विवेचना में छूटे नामजद आरोपी से पीड़िता ने अपनी और अपने पूरे परिवार को जान से मारने का आरोप लगाया है। जिले के चाँदपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली एक पीड़िता का चार महीने पहले उस समय अपहरण कर लिया गया था जब वह अपने स्कूल से घर वापस लौट रही थी। इस मामले में चांदपुर थाने में अवधेश और अंशुमान नामक दो युवकों पर अपहरण और बलात्कार का मामला दर्ज कराया गया था। पुलिस ने अपनी विवेचना में अवधेश को बरी करते हुए अंशुमान को जेल भेज दिया था। पुलिस विवेचना में दोष मुक्त हुआ अवधेश अब देख लेने की धमकी दे रहा है।
गौरतलब है कि बीते साल अक्टूबर महीने में स्कूल से वापस लौटते समय अगवा किए जाने के बाद चार पहिया गाड़ी में डालकर पीड़िता को कानपुर ले जाया गया जहां उसके साथ लगातार 28 दिनों तक बलात्कार किया जाता रहा। इस बीच आरोपी उसे अपने साथ लेकर कई शहरों में घूमते रहे पीड़िता के परिजनों द्वारा नाबालिग बेटी के साथ हैवानियत की एफआईआर चांदपुर थाने में दर्ज कराए जाने के बाद आरोपी अगवा किए जाने के 28 दिन बाद पीड़ित छात्रा को बकेवर कस्बे के पास हाइवे के किनारे छोड़कर फरार हो गए। जिसके बाद पीड़िता किसी तरह से अपने घर पहुंची। इस मामले में अपहरण एवं बालात्कार का मुकदमा दर्ज किए जाने के बावजूद चांदपुर थाने की पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल तक कराना जरूरी नही समझा।
अदालत में दिए गए अपने कलमबंद बयान में कहा कि उसको अगवा करने के बाद कानपुर में अवधेश मिश्रा के घर कोयला नगर कानपुर में अवधेश मिश्रा और अंशुमान यादव लगातार हैवानियत करते रहे, उसके बावजूद मामले की विवेचना कर रहे दारोगा ने पूरे मामले से अवधेश को क्लीन चिट दे दी। रेप पीड़िता इस मामले की फिर से विवेचना कराए जाने के साथ ही मामले का गलत परीक्षण करने वाले दरोगा के खिलाफ भी कार्रवाई किये जाने की मांग कर रही है। इस पूरे मामले में पुलिस ने जिस तरीके से ढिलाई बरती और रेप पीड़िता का मेडिकल परीक्षण तक नहीं कराया और पीड़िता के अदालत में बयान के बावजूद एक आरोपी को साफ साफ बरी कर दिया गया उससे पुलिस की मंशा पर सवाल उठ रहे हैं। पूरे मामले में जिले के एडिशनल एसपी चक्रेश मिश्रा का कहना है कि इस मामले की जांच कराई जा रही है अगर आरोप सही पाए गए तो दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।