मेरठ. मेरठ में खाकी वर्दी पर गंभीर आरोप लगे हैं. यहां रेप पीड़िता ने एसएसपी दफ्तर पहुंचकर खरखौदा पुलिस पर संगीन आरोप लगाते हुये कहा कि पुलिस रेप की एफआईआर दर्ज कराने के लिए 50000 रुपये लिये, वहीं, आरोपियों को गिरफ्तार न करने के लिए उनसे डेढ़ से दो लाख रुपये लिये. इसके अलावा पीड़िता ने कहा कि पुलिस आरोपियों को अगर एक सप्ताह के भीतर गिरफ्तार नहीं करती तो वह आत्महत्या कर लेगी. इन आरोपों पर पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पूरे प्रकरण की जांच की जाएगी. जो भी तथ्य निकलकर आएंगे उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. लेकिन पैसे देकर एफआईआर दर्ज कराना भी एक अपराध है और अगर पीड़िता यह बात खुद कह रही है तो वह भी इस अपराध की दोषी है.


पीड़िता ने दी आत्मदाह की धमकी


आपक बता दें कि पीड़िता एसएसपी दफ्तर पर पहुंचकर गुहार लगा रही है कि उसके गुनहगारों को पुलिस पकड़ने के बजाय उन्हें संरक्षण दे रही है. पीड़िता ने कहा कि अगर आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी नहीं हुई तो वह आत्मदाह कर लेगी. एबीपी गंगा से खास बातचीत में पीड़िता ने बताया कि खरखौदा थाना पुलिस ने उससे एफआईआर दर्ज करने के नाम पर पचास हजार की रिश्वत ली, वहीं, आरोपियों को गिरफ्तार न करने के लिए पुलिस को डेढ़ से दो लाख दिए. यही वजह है कि पैसों के चक्रव्यूह में फंसी खरखौदा पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है.



मामले की होगी जांच


फिलहाल इस पूरे प्रकरण में पुलिस अधिकारियों की माने तो पीड़िता ने जो भी आरोप लगाए हैं, वह निराधार हैं. फिर भी आरोपों की जांच की जाएगी. वहीं आरोपियों की तलाश पुलिस लगातार कर रही है. उन्हें पकड़ने के लिये टीम लगाई गई हैं और उम्मीद है कि जल्द ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होंगे.


जहां एक तरफ प्रदेश सरकार महिला सुरक्षा को लेकर के सख्ती का बात कर रही है, वहीं, अधिकारी महिला सुरक्षा को लेकर कितने जागरूक हैं, इसका अंदाजा महज इस खबर से लग सकता है. पीड़िता को न्याय पाने के लिए क्या-क्या करना पड़ रहा है.


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