मेरठ, एबीपी गंगा। रसूलपुर में तेरह साल की मंदबुद्धि किशोरी के साथ कबाड़ी ने दुकान के अंदर साथी के साथ मिलकर चार माह तक सामूहिक दुष्कर्म किया। किशोरी को पड़ोसी महिला बहला-फुसलाकर दुकान के अंदर ले जाती थी। दुकान का शटर गिराकर आरोपी उसके साथ दुष्कर्म करते थे। किशोरी के गर्भवती होने के बाद घटना से पर्दा उठा। मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर मुकदमा दर्ज कर लिया है।


चार माह तक होती रही हैवानियत


खरखौदा थाने की एक कॉलौनी में रहने वाली किशोरी मंदबुद्धि है। किशोरी को उसके पड़ोस में रहने वाली सत्तारी बहला-फुसलाकर अपने साथ रसूलपुर में मदरसे के सामने एक कांप्लेक्स के बेसमेंट में ले गई, जहां पर फ्रीज ठीक करने का काम कबाड़ी करता है। आरोप है कि तमंचे के बल पर किशोरी से कबाड़ी और उसके साथी आमिर ने बारी बारी से दुष्कर्म किया। उसके बाद किशोरी को वापस घर छोड़ दिया। करीब चार माह से हर सप्ताह किशोरी को सत्तारी अपने साथ दुकान के अंदर ले जाती थी, जहां पर हर बार आरोपी दरिंदगी की दास्तां लिख रहे थे।


ऐसे हुआ खुलासा


अचानक ही किशोरी की भाभी को उसके गर्भवती होने का अहसास हुआ। उसने टेस्ट कराया, जिसमें सामने आया कि किशोरी साढ़े तीन माह की गर्भवती है। किशोरी से परिवार के लोगों ने पूछताछ की, जिसमें उसने पूरी कहानी बयां कर दी। परिवार के लोग किशोरी को लेकर एसएसपी के समक्ष पेश हो गए। एसएसपी के आदेश पर खरखौदा थाने में सत्तारी, कबाड़ी आरिफ और आमिर तीनों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कर लिया। मुकदमा दर्ज होने के बाद सभी आरोपी फरार हैं। एसओ कुलवीर सिंह ने बताया कि किशोरी के 161 सीआरपीसी में बयान दर्ज कराए गए हैं। साथ ही मेडिकल भी करा दिया गया है।



किशोरी को घर से लाने की मिलती थी रकम


किशोरी को सत्तारी अपने साथ लेकर जाती थी। इसलिए परिवार के लोग भी शक नहीं करते थे, जबकि सत्तारी को इसकी एवज में दुकानदार और आमिर हर बार दो सौ रुपये देता था। इसी रकम के लालच में सत्तारी ने मंदबुद्धि किशोरी को हैवानियत की भेंट चढ़ा दिया। पुलिस की जांच में सामने आ रहा हे कि सत्तारी अन्य युवतियों को भी दुकानदारों को सौंप चुकी है। सत्तारी के संपर्क में आसपास की कई युवतियां भी हैं। सत्तारी की तलाश में पुलिस ने दबिश दी है, जो घटना के बाद से फरार है।