Rapid Rail News: दिवाली पर दिल्ली-मेरठ वासियों की खुशी दोगुनी हो गई है. देश की पहली रेपिड रेल की पहली सुरंग यानी टनल का काम पूरा हो गया. इस दौरान मेरठ में एनसीआरटीसी की टीम ने सेलिब्रेशन किया साथ ही जैसे ही सुदर्शन मशीन ने टनल को ब्रेक थ्रू किया वैसे ही भारत माता की जय हो के नारे गूंज उठे. दीवाली से पहले ये जश्न नई उम्मीदों को बड़ा प्लेटफॉर्म देने वाला है. दिवाली से पहले मेरठ में मनाए जा रहे जश्न की ये तस्वीरें दिवाली की खुशियों को कई गुना बढ़ा रहीं हैं. हाथों में तिरंगा लेकर भारत माता की जय का उद्घोष करते इन इंजीनियर्स और कर्मचारियों की खुशी का ठिकाना भी नहीं है. देश की पहली रीजनल रेल की पहली टनल का काम पूरा होने पर जश्न तो बनता है.


मेरठ के निर्माणाधीन बेगमपुल स्टेशन की टनल के ऊपरी हिस्से में जैसे ही एनसीआरटीसी के एमडी विनय कुमार सिंह ने बटन दबाकर सुदर्शन मशीन को ब्रेक थू कराया. वैसे ही टनल के भीतर मौजूद इंजीनियर्स और कर्मचारी भारत माता की जय हो, वंदे मातरम का उद्घोष करने लगे.


2019 में हुआ था शिलान्यास


मार्च 2019 में पीएम मोदी ने देश की पहली रीजनल रेल का शिलान्यास किया था. एनसीआरटीसी की आरआरटीएस यानि देश की पहली रीजनल रेल का निर्माण स्पीड से चल रहा है. मेरठ से दिल्ली 82 किलोमीटर का ट्रैक बनाया जा रहा है. रैपिड के दिल्ली से मेरठ तक 24 स्टेशन होंगे और 180 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से रेपिड रेल चलेगी.




इसमें 8 लाख लोग हर रोज सफर भी करेंगे. रैपिड के ट्रेक पर मेरठ में मेट्रो भी चलेगी जिसका ट्रेक 21 किलोमीटर का होगा और उसमें 13 स्टेशन होंगे. इस 82 किलोमीटर ट्रैक में 70 किलोमीटर एलिवेटिड है और 12 किलोमीटर अंडरग्राउंड है. इनमें गांधी बाग से बेगमपुल तक 760 मीटर की पहली टनल यानी सुरंग का काम मात्र चार महीने में पूरा कर लिया गया.


आज सुदर्शन 8.3 ने टनल को ब्रेक थ्रू कर दिया जबकि बाकी टनल भी जल्द ब्रेक थ्रू होंगी. और क्या है रेपिड को लेकर तैयारी और क्या हाईटेक टेक्नोलोजी इस्तेमाल की जा रही है, एनसीआरटीसी के एमडी विनय कुमार से सुनवाते हैं...


NCRTC  के एमडी ने ये कहा


एनसीआरटीसी के एमडी विनय कुमार ने बताया कि जून 2025 तक रेपिड का काम पूरा कर लिया जाएगा और मेरठ से दिल्ली का सफर आसान हो जाएगा. पहली टनल का ब्रेक थ्रू मानो पहला पड़ाव पार करने जैसा था. उन्होंन कहा कि दुहाई में दो हाईस्पीड रेपिड रफ्तार भरने को खड़ी और नई उम्मीदें इसी के साथ परवान चढ़ रहीं हैं.


Uttarakhand News: बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर के कपाट 25 अक्टूबर को रहेंगे बंद, ये है वजह