(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Rapid Rail: मेट्रो ट्रेन की तरह नहीं खुलेंंगे रैपिड रेल के गेट, इसके लिए करना पड़ेगा ये काम
दिल्ली से मेरठ के बीच चलने वाली देश की पहली रैपिड रेल में मिलने वाली सुविधाओं को शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) की ओर से दिखाया गया. अगले साल से ये सेवा शुरू होनी है.
Rapid Rail: रैपिड रेल में आप यात्रा करेंगे और सोचेंगे कि आम मेट्रो ट्रेन की तरह प्लेटफार्म पर ट्रेन के रुकते ही गेट खुद खुल जाएगा तो ऐसा नहीं होगा. रैपिड ट्रेन में आपको गेट खोलने के लिए बटन दबाना होगा. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) ने शुक्रवार को रैपिड रेल की सुविधाओं को दिखाया. उत्तर प्रदेश के साहिबाबाद स्टेशन पर इसके लिए इंतजाम किया गया था.
एक साथ 900 लोग कर सकेंगे यात्रा
रैपिड ट्रेन कुछ छह कोच होंगे और इनमें एक साथ 900 लोग यात्रा कर सकेंगे. इसमें एक महिला कोच, एक प्रीमियम कोच और चार जनरल कोच लगेंगे. हर कोच में 72 सीटें होंगी. जनरल और प्रीमियम कोच में चार-चार सीटें महिला दिव्यांग और वरिष्ठ नागरिकों के लिए आरक्षित होंगी. यह बताया गया कि 1 कोच में 78 लोग खड़े होकर यात्रा कर सकते हैं. प्रीमियम कोच का एक नया कंसेप्ट है जो दिल्ली के सामान्य मेट्रो ट्रेन में नहीं है. अन्य कोच में जहां 6 गेट हैं वही प्रीमियम कोच में गेट की संख्या केवल चार है.
शानदार है प्रीमियम कोच की व्यवस्था
प्रीमियम कोच की व्यवस्था बहुत शानदार है. इसमें हर सीट के लिए अलग से लैपटॉप चार्जिंग पॉइंट दिया गया है. यूएसबी से मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट भी है. अन्य कोच में भी मोबाइल चार्जिंग के लिए यूएसबी पॉइंट बने हुए हैं. प्लेटफार्म पर प्रीमियम कोच में घुसने के लिए अलग से व्यवस्था की गई है. पूरी ट्रेन में वाईफाई की सुविधा भी रहेगी. सुरक्षा के लिए हर कोच में चार-चार सीसीटीवी कैमरे और पब्लिक डिस्पले सिस्टम लगाए गए हैं. प्रीमियम कोच में वेंडिंग मशीन भी होगी, जिसमें लोग भुगतान कर मशीन से खुद पानी, कोल्ड ड्रिंक या खाने- पीने की चीजें खरीद सकेंगे. 8 मार्च 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे रीजनल रेल दिल्ली गाजियाबाद मेरठ की न्यूज़ रखे थे.
82 किलोमीटर की दूरी तय करने में लगेंगे 50 से 55 मिनट
उल्लेखनीय है कि दिल्ली के सराय काले खां से मेरठ के मोदीपुरम डिपो तक कुल 82 किलोमीटर तक ये रैपिड रेल चलेगी इस 82 किलोमीटर के बीच कुछ 25 स्टेशन बन रहे है. अगले साल यानी 2024 से इस पर यातायात शुरू हो जाएगा. फिलहाल इसके निर्माण का कार्य जोर-शोर से जारी है. इस परियोजना पर कुल 30 हजार 274 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं. वर्ष 2019 में 8 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के इस पहले रीजनल रेल दिल्ली- गाजियाबाद- मेरठ की नींव रखी थी. इसकी इसके शुरू हो जाने से दिल्ली और मेरठ के बीच की दूरी 50 से 55 मिनट में तय की जा सकेगी.
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