पंडित शशिशेखर त्रिपाठी। मेष, वृष, मिथुन, कर्क समेत सभी 12 राशियों के लोगों के लिए क्या चीज रहेगा लाभकारी और किन चीजों से उन्हें सावधान रहना है। किन राशि वालों को मिल सकती है सफलता, ये सभी कुछ बताया आपके अपने एस्ट्रो फ्रेंड पंडित शशिशेखर त्रिपाठी ने। इसके अलावा एस्ट्रो फ्रेंड पंडित शशिशेखर त्रिपाठी ये भी बताया कि जीवन में व्याप्त तनाव को किस प्रकार कम किया जा सकता है।
हम बात करने जा रहे हैं कि जीवन में जो तनाव है उसको किस प्रकार कम किया जा सकता है। हम लोग यह जानने का प्रयास करेंगे कि वास्तु के अनुसार कौन-कौन सी स्थितियां हो सकती हैं जो आपके तनाव का कारण बनी हुई है।
सबसे पहली बात ये है कि अगर किसी भी भू-स्वामी या घर के मुखिया को बहुत ज्यादा तनाव है, छोटी-छोटी बातों को लेकर क्रोध आ जाता हो तो घर में सेंटर में खड़े होकर मोबाइल का कंपास से देखिए कि पूरब और उत्तर के कॉर्नर पर कोई भी अग्नि से संबंधित शुद्धता से संबंधित या वजन से संबंधित कोई चीज तो नहीं रखी।
इनवर्टर अगर नॉर्थ ईस्ट में रखा है तो यह अग्नि कारक है। बहुत भारी भी है क्योंकि बैटरी होती है यदि नॉर्थ ईस्ट में इनवर्टर रखा है तो जान लीजिए कि घर के मालिक को क्रोध तनाव बीपी हाई रहेगा।
अगर नॉर्थ ईस्ट में शौचालय है तो यह एक ब्लंडर है यानी एक बहुत बड़ी गलती है।
एक बात समझनी है कि हमेशा हर चीज का इलाज नहीं होता है रेमेडी जो शास्त्रों में बताई गई है वही करनी चाहिए। वास्तु में समस्या का समाधान करना ही रेमेडी होगी।
जैसे कोई व्यक्ति के सिर पर कचरे का टोकरा रखा हो और वह व्यक्ति यह कहे कि मुझे बड़ा तनाव है, बहुत दुर्गंध आ रही है तो इसका उपाय इत्र डालना मुंह में कपड़ा लगाना नहीं है बल्कि उस कूड़े को कचरे को सिर से अलग करना है। ठीक इसी प्रकार से ईशान कोण में यदि कोई भी समस्या है तो उसका इलाज केवल उसे वहां से हटाना ही होगा।
अगर आपके घर में कोई बड़ी अलमारी है वह ईशान कोण में रखी है व अन्य भारी वस्तु हो तो यह समझ ले कि नॉर्थ ईस्ट में वजन आ जाएगा तो वह वजन आपके सिर पर आ जाएगा।
नॉर्थ ईस्ट में ही आपका नेटवर्क है आपके पास बहुत अच्छे लिंक्स हैं लेकिन वह लिंक्स कभी काम नहीं आ रहे हैं तो इसका भी कारण ईशान कोण का डिस्टर्ब होना होता है। छत पर भी देखें नॉर्थ ईस्ट ऊंचा या भारी न हो।