Kanpur Latest News: कानपुर पुलिस की कार्यशैली कई बार सवालों के घेरे में रह चुकी है. अक्सर पीड़ित पुलिस की कार्यशैली से न खुश रहे हैं. ऐसे में कानपुर शहर की पुलिस पर गंभीर आरोप लग रहे हैं. इस बार ये शिकायत है कि शहर के दिव्यांग पीड़ितों ने की है और इसकी आवाज को बुलंद किया है सैकड़ों दिव्यांगों ने.


जिसको लेकर अब प्रदर्शन का ऐलान कर दिया गया है और कानपुर शहर के कई इलाकों से होकर राष्ट्रीय दिव्यांग पार्टी के पदाधिकारी और सैकड़ों दिव्यांग के साथ 12 जुलाई को कानपुर से पैदल मुख्यमंत्री आवास लखनऊ पहुंचेंगे और का और के पुलिसकर्मियों और अधिकारियों की शैली से मुख्यमंत्री को अवगत कराएंगे. 


पुलिस दिव्यंगों के साथ नहीं कर रही न्याय?


कानपुर में राष्ट्रीय दिव्यांग पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार ने कानपुर पुलिस पर बड़ा आरोप लगाते हुए एक बड़े प्रदर्शन का ऐलान कर दिया है. उनका कहना है कि पुलिस दिव्यांगों के साथ न्याय नहीं कर रही है. दिव्यांग परेशान हैं और पुलिस खानापूर्ति कर उनके मामलों की फर्जी रिपोर्ट और जानकारी अधिकारियों को दे रही है. थाना हो या चौकी सब जगह दिव्यांग परेशान हैं और अधिकारी पुलिसकर्मियों की रिपोर्ट को सच मानकर हमारी सुनते ही नहीं.


कानपुर से सीएम आवास तक करेंगे पदयात्रा 


पिछले कुछ समय से दिव्यांगों की तमाम समस्याओं को पुलिस के सामने रखा गया, लेकिन पुलिसकर्मियों की तरफ से सभी मामलों में गलत रिपोर्ट अधिकारियों को सौंपी गई, जिसे अधिकारी सच मानकर कार्रवाई के आदेश दे रहे हैं, लेकिन हमारी कोई नहीं सुन रहा है. जिसके चलते कानपुर से पदयात्रा कर राष्ट्रीय दिव्यांग पार्टी सभी दिव्यांगों के आठ न्याय दिलाओ भ्रष्टाचार मिटाओ के नारे के साथ सरकार तक अपनी बात पहुंचाने खुद पदयात्रा करेंगे और मुख्यमंत्री को इस समस्या से अवगत कराएंगे.


इसी के साथ उनका कहना है कि पूरे प्रदेश से दिव्यांग निकलकर मुख्यमंत्री आवास पहुंचेंगे और इस प्रदर्शन को तेज करेंगे. अगर अबकी बार सुनकर उन्हें न्याय देने का आश्वासन मिला तो ठीक वरना मुख्यमंत्री आवास पर धरना दिया जाएगा.


कब और कैसे होगा प्रदर्शन 


12 जुलाई को कानपुर शहर से राष्ट्रीय दिव्यांग पार्टी के अध्यक्ष इसकी अगुवाई करेंगे और कानपुर के विभिन्न क्षेत्रों से होकर उन्नाव बाईपास पहुंचेंगे. उसके बाद रात्रि विश्राम कर 13 जुलाई को फिर निकलेंगे और लखनऊ 14 जुलाई को पहुंचकर मुख्यमंत्री आवास जायेंगे, जहां मुख्यमंत्री से मिलकर वो अपनी बात और समस्या रख अधिकारियों की कार्यशैली से उन्हें अवगत कराएंगे.


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