बस्ती, एबीपी गंगा। इस लॉकडाउन में कुछ पुलिस कर्मी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। कोरोना की जंग में शामिल लोगों पर भी वो लाठी बरसा रहे हैं। ऐसे ही एक कोटेदार को दारोगा ने बिना कारण के है बुरी तरह पीट दिया। कोटेदार की पिटाई से क्षुब्ध जिले भर के दुकानदारों ने राशन वितरण कार्य ठप कर जिलापूर्ति अधिकारी कार्यालय का घेराव किया। पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।


आदर्श कोटेदार एवं उपभोक्ता वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले जिलेभर के कोटेदार अपनी दुकान बंद कर ई-पास मशीन लेकर डीएसओ कार्यालय पहुंच गए। विरोध प्रदर्शन कर नगर बाजार के उपनिरीक्षक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।


जिलाध्यक्ष विनोद भाई ने कहा कि रफीउद्दीन ग्राम पंचायत सुअरहा ब्लाक कुदरहा के निवासी हैं और कोटेदार भी हैं। पांच मई को नि:शुल्क खाद्यान्न वितरण प्रमाणपत्र सत्यापन के लिए बस्ती आ रहे थे। ई-पास मशीन की बैटरी भी खराब थी। नगर बाजार में पुलिस चेकिंग कर रही थी। पुलिस को सारी जानकारी दी गई, बावजूद इसके उप निरीक्षक चंद्रकांत पांडेय ने कोटेदार को पीट दिया। रफीउद्दीन ने भी डीएसओ कार्यालय को घटना की जानकारी दी।


जिलाध्यक्ष ने कहा कि यदि पुलिस का यही रवैया रहा तो राशन वितरण करना संभव नहीं है। कोटेदारों की बात सुने बिना पुलिस ने कई कोटेदार के वाहन सीज कर चालान कर दिया। दोषी पुलिसकर्मी पर कार्रवाई हो। कोटेदारों ने पुलिस महानिरीक्षक, जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, एसडीएम सदर व जिला पूर्ति अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया है। जिला पूर्ति अधिकारी रमन मिश्र ने बताया कि प्रकरण से उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। कोटेदारों से कहा गया है कि राशन वितरण करें और उठान सुनिश्चित करें। शारीरिक दूरी का ख्याल रखकर नारेबाजी की।