अयोध्या: 55 फीट के रावण का होगा दहन, प्रदूषण के कारण सिर्फ ग्रीन पटाखों का हुआ इस्तेमाल
अयोध्या में होने वाली रामलीला इस साल बेहद खास होगी. स्पेशल तौर पर 55 फीट का रावण दिल्ली से अयोध्या लाया गया है. ग्रीन पटाखों की तर्ज पर इस रावण को तैयार किया गया है.
उत्तर प्रदेश: अयोध्या की रामलीला इस साल बेहद ही खास होने वाली है. स्पेशल तौर पर 55 फीट का रावण दिल्ली से लाया गया है. इस रावण को इस तरह तैयार किया गया है कि इसके जलने से प्रदूषण की मात्रा कम से कम हो. यूं कहे कि ग्रीन पटाखों की तर्ज पर इसे तैयार किया गया है.
दशहरे के अवसर पर अयोध्या में इस तरह का रावण पहली बार जलेगा इसीलिए इसको लेकर उत्साह भी है और जिज्ञासा भी. दिल्ली में होने वाली रामलीला के चुनिंदा कलाकारों और टीवी और सिनेमा के चर्चित चेहरों के साथ शुरू होने वाली अयोध्या की रामलीला के परिसर में ही रावण के इस विशेष पुतले को लगाया गया है. साथ ही यहीं पर रावण दहन होगा.
अपने अंदर के रावण को मारे- अयोध्या रामलीला के निर्देशक
दशहरा और रावण दहन बुराई पर अच्छाई की विजय का संदेश देता है इसीलिए अयोध्या की रामलीला से जुड़े लोग हाथ जोड़कर भारत वासियों से अपील कर रहे हैं कि आप हमारे जलते हुए रावण को मत देखें, कृपया करके सभी अपने रावण को मारे अंदर के रावण को मारे इस रावण को तो हम हर साल मारते हैं लेकिन सभी लोग अपने अंदर के रावण को मारे.
माताओ, बहनों और बच्चियों के साथ जो हो रहा है वो नहीं होना चाहिए- निर्देशक
अयोध्या की रामलीला के निर्देशक प्रवेश कुमार ने कहा कि यह रावण दिल्ली से लाया गया है जिसकी ऊंचाई 55 फीट है. जब दहन होते देखेंगे तब आपको रोमांचित लगेगा साथ ही टीवी पर देखने वाले बहुत खुश होंगे. मैं सभी से हाथ जोड़कर निवेदन करूंगा कि इस जलते हुए रावण को ना देखें अपने अंदर जो रावण बैठा है कृपया उसे देखें और उसे मारने की कोशिश करें.
हमारी माताएं, बहने और बच्चियों के साथ जो गलत हो रहा है वह नहीं होना चाहिए. आप सभी देशवासियों से हाथ जोड़कर अपील है इस रामलीला का एक ही उद्देश्य बना कर चले कि हमारे देश में शांति घर-घर हो. लोग हमें देख और सुन रहे हैं. उनसे इतना ही कहना चाहूंगा कि बहू-बेटियों को उनका दर्जा दिया जाए और उनका पूरा मान सम्मान किया जाए. छोटे बच्चों के साथ जो कुछ गलत हो रहा है ऐसा ना हो इसलिए कृपया करके सभी अपने अंदर पल रहे रावण को मारे. इस रावण को तो हम हर साल मारते हैं लेकिन इस बार सभी लोग अपने अंदर के रावण को मारे.
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