बढ़ते NPA से धड़ाम हुआ यस बैंक, आरबीआई का नियंत्रण..ग्राहक 50 हजार रुपये तक ही निकाल सकेंगे
लगातार फंड की कमी से जूझ रहा यस बैंक ने अंतत: हाथ खड़े कर दिये हैं। आरबीआई ने इस निजी बैंक को अपने नियंत्रण में ले लिया है
नई दिल्ली, एबीपी गंगा। यस बैंक के उपभोक्ताओं के लिये बुरी खबर है। खराब आर्थिक स्थिति के बाद गुरुवार को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने बैंक का नियंत्रण अपने हाथ में लिया। ग्राहक फिलहाल अपने खाते से 50 हजार रुपये तक ही निकाल सकते हैं। आरबीआई का यह आदेश अगले एक महीने तक जारी रहेगा। जानकारी के मुताबिक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के मुख्य वित्त अधिकारी प्रशांत कुमार को यस बैंक का प्रशासक नियुक्त किया गया है। आपको बता दें कि काफी वक्त से यस बैंक फंड के लिये संघर्ष कर रहा है।
आरबीआई ने कहा कि यस बैंक लगातार एनपीए की समस्या से जूझ रहा है, जिसके चलते यह फैसला लेना पड़ा है। आरबीआई द्वारा जारी दिशानिर्देशों के मुताबिक, यस बैंक में बचत, चालू या किसी अन्य जमा खाते से एक महीने के दौरान 50 हजार रुपये से ज्यादा धनराशि नहीं निकाली जा सकेगी। इसके अलावा यदि किसी के बैंक में एक से ज्यादा खाते हैं तो भी 50 हजार से ज्यादा धनराशि नहीं निकाली जा सकेगी। दूसरी ओर एसबीआई बोर्ड ने यस बैंक में निवेश के लिए ''सैद्धांतिक'' स्वीकृति दे दी है।
इस खबर के बाद बैंक के शेयर में 25 फीसदी की तेजी आई है। कारोबारी दिन के अंत में यस बैंक का शेयर 36.85 (25.77%) रुपये के भाव पर बंद हुआ। इससे एक दिन पहले 29.30 रुपये के भाव पर बंद हुआ था।
एटीएम पर उमड़ी भीड़ आरबीआई द्वारा मौद्रिक सीमा निर्धारित करने के बाद से यस बैंक के ग्राहकों को एटीएम से पैसे निकालने में मुश्किलों का सामना करना पड़ा। लंबी कतारों में खड़े ग्राहकों को कहीं मशीनें बंद पड़ी मिलीं तो कहीं एटीएम खाली था। यस बैंक के ग्राहकों की मुसीबत और बढ़ गई जब उन्हें इंटरनेट बैंकिंग प्रणाली के माध्यम से धन स्थानांतरित करने में भी असुविधा झेलनी पड़ी।