गोरखपुर, एबीपी गंगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक बार फिर गुस्सा आया। चुनाव के पहले उन्होंने बूथ कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में गुस्सा जाहिर करते हुए कहा था कि कार्यकर्ता ही हैं या भाड़े पर आए हैं। हाल ही में एक बार फिर वैसा ही तेवर सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिखाया, लेकिन इस बार उनके गुस्से का शिकार कोई और नहीं बल्कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह के पुत्र और कैम्पियरगंज के विधायक फतेह बहादुर सिंह बने। फतेह बहादुर सिंह मायावती सरकार में उनके खास और कैबिनेट मंत्री रहे हैं। ये पहला मौका नहीं है, जब सीएम योगी का गुस्सा सार्वजनिक मंच पर जग जाहिर हुआ है। इससे पहले भी वे कई मंच से अपने पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को तेवर दिखा चुके हैं
अपने ही विधायक पर बिफरे योगी
गोरखपुर के महाराणा प्रताप इंटर कालेज में भाजपा की ओर से मंगलवार को अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर कैम्पियरगंज के विधायक फतेह बहादुर सिंह ने मंच से अपने युवाओं को रोजगार देने का आहवान किया। इसपर सीएम योगी आदित्यनाथ नाराज हो गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंच संभाला, तो वे अपने ही मंत्रिमंडल के कैम्पियरगंज के विधायक फतेह बहादुर सिंह के ऊपर बिफर पड़े।
नाराज योगी क्या बोले
उन्होंने कहा, 'गोरखपुर में ये जीत स्वाभाविक रूप से हुई है, यहां का जो अभूतपूर्व विकास 2016 से प्रारम्भ हुआ है। 2017 में भाजपा नेतृत्व की प्रदेश में सरकार बनने के बाद उसे जो नई गति दी गई, उस गति का परिणाम हम सबके सामने है। आज गोरखपुर में मुझे ये देखकर ताज्जुब हो रहा है कि कैम्पियरगंज के विधायक कहते है कि रोजगार चाहिए। फर्टिलाइजर क्या रोजगार का साधन नहीं है। पिपराइच में चीनी मिल क्या रोजगार और नौकरी का साधन नहीं है। एम्स में जो नौकरियां आएंगी वो क्या रोजगार और नौकरी के साधन नहीं है। ये बुद्धि की कमी और विवेक का अभाव है। मुझे लगता है जब व्यक्ति बुद्धि और विवेक का प्रयोग नहीं करता है। वो इस प्रकार की बातों को करके अनावश्यक रूप से अपनी उपलब्धियों पर पानी फेरने का काम करता है।'
इस समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पांच विधानसभा के 5-5 बूथ और कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया। इस अवसर पर पांचों विधानसभा के विधायक भी मंच पर मौजूद रहे। इस दौरान सभी विधायकों को भी मंच से संबोधन का अवसर मिला। सीएम योगी आदित्यनाथ के बगल में बैठे गोरखपुर के कैम्पियरगंज के विधायक फतेह बहादुर सिंह ने जैसे ही मंच संभाला। उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ से युवाओं को रोजगार देने का आह्वान किया। उन्होंने अपने पिता पूर्व मुख्यमंत्री स्व. वीर बहादुर सिंह के कार्यकाल की ओर इशारा करते हुए कहा कि 1986 के बाद से यहां का विकास रुका हुआ है। युवाओं को रोजगार नहीं मिला है। उनसे युवाओं को रोजगार की उम्मीद है। इसके बाद सीएम योगी जैसे ही मंच पर संबोधन देने के लिए आए उनका गुस्सा फतेह बहादुर सिंह पर उतर गया।
कभी मायावती के खास थे फतेह बहादुर सिंह
फतेह बहादुर सिंह दूसरी बार भाजपा के टिकट पर कैम्पियरगंज से विधायक चुने गए हैं। इसके पहले वे एनसीपी के टिकट पर विधायक बने थे। मायावती की सरकार में वे उनके खासमखास कैबिनेट मंत्री भी रहे हैं। अब सुन लेते हैं कि कैम्पियरगंज विधायक फतेह बहादुर सिंह ने मंच से अपने संबोधन में क्या कहा था, जिस पर सीएम योगी आदित्यनाथ को इतना गुस्सा आ गया। फतेह बहादुर सिंह ने मंच पर अपने संबोधन में कहा कि योगी आदित्यनाथ यूपी के मुख्यमंत्री हैं। वे इस मंच के माध्यम से उनसे आह्वान करना चाहते हैं कि यहां के युवाओं को रोजगार और सम्मान मिले।