कानपुर: रियलिटी चेक में सामने आई पनकी गौशाला की हकीकत, ठंड से बचाव के नहीं किए गए इंतजाम
कानपुर में पनकी गौशाला में गाय और गौवंश की संख्या ज्यादा दिखी. यहां पर 3000 के लगभग जानवर मौजूद हैं. वहीं, ठंड से बचने के बंदोबस्त को लेकर यहां पर कोई भी व्यवस्था देखने को नहीं मिली.
कानपुर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गाय और गौवंश को लेकर सजग रहते हैं. ठंड ने दस्तक दे दी है ऐसे में गौशालाओं का क्या हाल है, इसका एबीपी गंगा ने रियलिटी चेक किया. कानपुर में एबीपी गंगा की टीम पनकी स्थित नगर निगम की गौशाला में पहुंची और यहां का हाल कैसा दिखा आप इस रिपोर्ट में पढ़ सकते हैं.
ठंड को लेकर नहीं किए गए इंतजाम पनकी गौशाला में जाने पर सबसे पहले तो गाय और गौवंश की संख्या ज्यादा दिखी. यहां पर 3000 के लगभग जानवर मौजूद हैं. वहीं ठंड से बचने के बंदोबस्त को लेकर यहां पर कोई भी व्यवस्था देखने को नहीं मिली. ठंड से बचाव के लिए यहां पर न ही शेड मिला न ही कहीं तिरपाल की व्यवस्था देखने को मिली. इससे एक बात तो साफ है कि यहां पर ठंड से बचाव की कोई व्यवस्था नहीं की गई है. पनकी गौशाला में नगर निगम के 50 कर्मचारियों की तैनाती की गई है. जानवरों की देखभाल का जिम्मा इन्हीं कर्मचारियों पर है. बावजूद इसके गौशाला में सफाई से लेकर सभी व्यवस्थाएं संतोषजनक नजर नहीं आईं.
सुपरवाइजर ने दिए गोल-मोल जवाब गौशाला के सुपरवाइजर प्रांजल शर्मा से व्यवस्था न होने की बात पूछी गयी तो वो गोल-मोल जवाब देते नजर आए. उनका कहना है कि तीन शेड बनवाने के लिए अधिकरियों से बोला है, साथ ही तिरपाल के लिए भी बोला गया है. लेकिन, अभी तक व्यवस्था नहीं हुई है. वहीं इतनी देर हो जाने के बारे में पूछने पर उनका कहना है कि जो पुराने अधिकारी थे उनका ट्रांसफर हो गया है. नए अधिकारी को ज्यादा जानकारी नहीं थी इस वजह से लेट है. लेकिन, हम लोग यहां पर रात के समय लकड़ियां जला देते हैं जिससे जानवरों को थोड़ी राहत मिल सके.
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