UP Politics: हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (All India Majlis-e-Ittehadul Muslimeen) में बगावत हो गया है. मेरठ नगर निगम (Meerut Nagar Nigam) के तीन पार्षदों ने एआईएमआईएम से नाता तोड़ने की घोषणा कर दी है. पश्चिमी यूपी के सचिव और तीन महानगर सचिव ने इस्तीफा दे दिया है. कई पूर्व पार्षद और कार्यकर्ताओं ने भी एआईएमआईएम को अलविदा कह दिया है. एआईएमआईएम के नेताओं ने इस्तीफा सौंपने से पहले महानगर अध्यक्ष इमरान अंसारी पर आरोपों की झड़ी लगा दी. उन्होंने कहा कि महानगर अध्यक्ष इमरान अंसारी कार्यकर्ताओं और पार्षदों का सम्मान नहीं करते हैं.
एआईएमआईएम से नाता तोड़नेवालों की सूची
इमरान अंसारी पार्षदों के साथ मारपीट प्रकरण में भी मदद नहीं कर रहे थे. एआईएमआईएम नेताओं ने कहा कि मददगारों को भी मदद करने से इमरान अंसारी रोक रहे थे. उन्होंने कई अन्य कार्यकर्ताओं, समर्थकों और नेताओं के इस्तीफा देने की बात कही. मेरठ नगर निगम के 79 वार्ड से पार्षद आसिफ सैफी, 88 वार्ड से पार्षद रिहाना और 85 वार्ड से पार्षद शब्बीर कस्सार ने इस्तीफा दे दिया. पूर्व पार्षद कय्यूम अंसारी, पश्चिमी यूपी के सचिव हाजी नौशाद, महानगर सचिव हाफिज शादाब, महानगर सचिव मास्टर आफताब और महानगर सचिव रईस ने भी एआईएमआईएम का दामन छोड़ने की घोषणा कर दी.
सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी में बगावत
आसिफ सैफी ने कहा कि कार्यकर्ताओं और पार्षदों की उपेक्षा महानगर अध्यक्ष इमरान अंसारी करते हैं. मेरठ नगर निगम की बोर्ड बैठक में पार्षदों की पिटाई मामले ने काफी सुर्खियां बटोरी थीं. बीजेपी सरकार के खिलाफ विपक्ष को मोर्चा खोलने का मौका मिल गया था. डैमेज कंट्रोल के लिए बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और सांसद डॉक्टर लक्ष्मीकांत वाजपेयी को कमान सौंपी गई. उन्होंने ऊर्जा राज्य मंत्री डॉक्टर सोमेंद्र तोमर, एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज और सपा पार्षद कीर्ति घोपला, बसपा पार्षद आशीष चौधरी के बीच लिखित समझौता कराया. डॉक्टर लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने दोनों पक्षों के बीच गिले शिकवे भी दूर कराए.