Kanpur: कानपुर में पुलिस की वसूली की रेट लिस्ट का पर्चा सोशल मीडिया में वायरल हो गया है. वसूली का पर्चा वायरल होने से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. पहले तो पुलिस विभाग में कोई भी बड़ा अधिकारी इस मामले में बोलने से बचता रहा, लेकिन रेट लिस्ट का पर्चा सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद पुलिस अधिकारी अब जांच की बात कर रहे हैं.


रेट लिस्ट का पर्चा वायरल होने से मचा हड़कम्प 


कानपुर में चकेरी थाने की जाजमऊ चौकी की अवैध वसूली का पर्चा सोशल मीडिया पर वायरल होने से हड़कम्प मच गया. जो पर्चा वायरल हुआ वो जाजमऊ चौकी इंचार्ज सुखराम रावत के नाम से हुआ है, यह पर्चा जब वायरल हुआ तो पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया. इस लिस्ट में क्षेत्र से होने वाली अवैध वसूली की पूरी कहानी लिखी हुई है. हालांकि इस लिस्ट की पुष्टि एबीपी गंगा नहीं करता लेकिन पर्चे में लिखा है कि क्षेत्र के हिस्ट्रीशीटरों से हर महीनें कितनी कितनी वसूली की जा रही है.




मामले की जांच एसीपी कैंट मृगांक शेखर को सौंपी गई


वहीं जाजमऊ क्षेत्र में स्थित तमाम चमड़ा उद्योग हैं. पर्चे में टेनरी, ग्लू भट्टी और जानवरों की गाड़ियों से होने वाली वसूली का भी जिक्र किया गया है. वायरल रेट लिस्ट में फाजिल अशरफ नाम के युवक का जिक्र किया गया है. पर्चे में इस बात का दावा भी किया गया है कि फाजिल अशरफ नाम का व्यक्ति चौकी इंचार्ज की वसूली का पूरा काम देखता है. वायरल पर्चे को लेकर पुलिस के आलाधिकारी काफी गम्भीर नजर आ रहे हैं. मामले की जांच एसीपी कैंट मृगांक शेखर को सौंपी गई है. एसीपी कैंट से दो दिन में जांच रिपोर्ट मांगी गई है.


वहीं कानपुर के जेसीपी पुलिस आनंद प्रकाश तिवारी ने इस मामले पर कहा कि "सामाजिक माध्यम पर जैसे ही इस पीस ऑफ इन्फॉर्मेशन को हम लोगों ने देखा, तो तुरंत हमारे सीओ कैंट को तत्काल इस मामले को इग्जामिन करने को दिया है, ये पूरा इग्जामिनेशन आजकल में करके अगर ये पर्चा सही पाया गया तो उसके अनुरूप कार्रवाई होगी, और अगर ये पर्चा गलत हुआ तो एक बार फिर विचार करके उसके अनुरूप कार्रवाई की जाएगी, हमने इस मामले को पूरी गंभीरता से लिया है और बेहतरीन अधिकारियों को जांच पर लगाया है."


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