तार-तार हुए रिश्ते, मामा ने ही कर दिया गर्भवती भांजी का सौदा, ऐसे खुली पोल
मां की मौत के बाद अंजू को उसके मामा ने पाला और शादी की थी। मामा ही अंजू को 21 जून को बुलाकर ले गया था।
आगरा, एबीपी गंगा। फतेहपुर जिले के व्यक्ति ने पैसों के लालच में गर्भवती भांजी को ही बेच दिया। मामले का पर्दाफाश तब हुआ जब करीब 10 दिन पूर्व महिला ने बच्ची को जन्म दिया। एटा के थाना मिरहची पुलिस ने पति की तहरीर पर दो लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। पुलिस ने आरोपी मामा को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में शामिल एक अन्य आरोपी की तलाश में दबिश दी जा रही है।
थाना मिरहची क्षेत्र के गांव अमृतपुर में करीब 10 दिन पूर्व एक महिला अंजू को प्रसव पीड़ा हुई। घर में कोई महिला न होने के कारण पड़ोसियों ने इसकी सूचना थाना पुलिस को दी। पुलिस ने 108 एंबुलेंस बुलाई। पांच जुलाई को मिरहची स्वास्थ्य केंद्र पर अंजू ने बच्ची को जन्म दिया। इस दौरान पूछताछ में जो बातें महिला ने बताईं उसे सुनकर पुलिस अधिकारियों के पैरों तले जमीन खिसक गई। महिला की जानकारी पर पुलिस ने उसके पति को सूचना देकर बुला लिया।
महिला का पति हरीश कुमार रायबरेली जिले के गांव पुरवा में रहता है। उसने पुलिस को बताया कि उसका ममियां ससुर राममनोहर उर्फ बचनू फतेहपुर जिले के हुसैनगंज के गांव चकवार में रहते हैं। मां की मौत के बाद अंजू को उसके मामा ने पाला और शादी की थी। वे ही उसकी गर्भवती पत्नी अंजू को 21 जून को बुलाकर ले गया था। इसके बाद उसने उसकी पत्नी को बचनू ने अपने परिचित एटा के सकरौली क्षेत्र के ग्राम बैरहार निवासी हरकू को 25000 रुपये में बेच दिया। हरकू ने उसकी पत्नी को मिरहची क्षेत्र के ग्राम अमृतपुर निवासी रामनरेश उर्फ संजू को बेच दिया।