प्रयागराज, एबीपी गंगा। बीस अप्रैल से यूपी के ग्रीन ज़ोन वाले ज़िलों को लॉक डाउन में थोड़ी रियायत दिए जाने का फैसला अब सवालों के घेरे में है। तमाम जगहों पर इस रियायत की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। संगम नगरी प्रयागराज भी इससे अछूती नहीं है। यहां भी पिछले तीन दिनों में सड़कों पर खासी भीड़ नज़र आ रही है। कई जगहों पर तो हालात आम दिनों की तरह दिख रहे हैं। इतना ही नहीं कई जगहों पर तो जाम की नौबत भी देखने को मिल रही है। यही वजह है कि प्रयागराज के डीएम ने आज यह आदेश जारी किया है कि जिले में लॉक डाउन में किसी तरह की रियायत नहीं दी गई है। लॉक डाउन पहले की तरह ही प्रभावी रहेगा। सरकारी दफ्तरों के खुलने को छोड़कर कोई बदलाव नहीं हुआ। यहीं नहीं जिले में लिखित परमीशन के बिना न तो कोई निर्माण कार्य हो सकेंगे और न ही कोई फैक्ट्री चलेंगी।


दो दिनों हालात बेकाबू में रहने के बाद आज प्रयागराज में काफी सख्ती बरती जा रही है। सभी प्रमुख चौराहों व रास्तों पर बैरीकेडिंग कर चेकिंग की जा रही है और बेवजह घर से निकलने वालों के खिलाफ कार्रवाई हो रही है। वैसे सबसे ज़्यादा दुरूपयोग दफ्तर जाने और दवा खरीदने व डॉक्टर के यहां जाने को लेकर हो रहा है। दवा की बहानेबाजी का इलाज पुलिस वालों के पास भी नहीं है।


कई लोग तो आज परिवार के साथ बाइक व चार पहिया वाहन पर घूमते नज़र आए। दरअसल बीस अप्रैल को यह चर्चा तेजी से फ़ैली कि प्रयागराज में कोरोना का कोई भी मामला नहीं होने की वजह से इस जिले में लॉक डाउन में रियायत दे दी गई है। इसके बाद से ही घरों में कैद लोगों की भीड़ सड़कों पर उतर आई।